आज हम एक फूल की आत्मकथा पर निबंध (Essay On Autobiography Of Flower In Hindi) लिखेंगे। एक फूल की आत्मकथा पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।
एक फूल की आत्मकथा पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Autobiography Of Flower In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कई विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।
एक फूल की आत्मकथा पर निबंध (Autobiography Of Flower Essay In Hindi)
प्रस्तावना
फूलों की खुशबू को कौन पसंद नहीं करता है। लोगो का मन रंग बिरंगे फूलों को देखकर खुश हो जाता है। सूरज की पहली किरण के साथ फूलों की पंखुड़ियां खिल जाती है। जूही, चंपा, चमेली, गुलाब, गेंदा, जूही कई तरह के फूल लोगो को प्रसन्न कर देते है।
बगीचे में फूलों की खुशबू चारो ओर बिखर जाती है। दुनिया में हर जगह फूलों के पौधों को लोग लगाते है और उनकी देखभाल करते है। लोगो का मन खुश ना हो तो मेरे खुशबू और मेरी मौजूदगी से वह प्रसन्न हो जाते है। आज मैं अपनी आत्मकथा सुनाने जा रहा हूँ।
मैं एक फूल हूँ। मैं कई दशकों से अस्तित्व में हूँ और फिर भी मैंने अपना कोई आकर्षण और सुंदरता नहीं खोयी है। मैं विभिन्न प्रजातियों, आकृतियों और रंगों मे खिलता हूँ। सारे वातावरण को विभिन्न प्रकार की मीठी सुगंध से मनमोहक बना देता हूँ।
मैं प्यार और खुशी का प्रतीक हूँ। मैं व्यापक रूप से सजावट के लिए उपयोग किया जाता हूं और एक ख़ूबसूरत माहौल बना देता हूँ, जो हर किसी को खुशी और हर्ष की अनुभूति प्रदान करता है। कभी-कभी मुझे कुछ खास अवसरों पर सम्मान देने के लिए उपयोग किया जाता है। पावन अवसरों पर मुझे देव (ईश्वर) और देवियो के पूजा में अर्पित किया जाता है।
सभी से प्यार
मुझसे सभी प्यार करते है, चाहे वह इंसान हो या पक्षी, मधुमक्खियाँ और तितलियाँ। मेरी प्रजातियों के विभिन्न रंग और रूप पक्षियों और तितलियों को समान रूप से प्रभावित और आकर्षित करते हैं।
मैं पक्षियों, कीड़ों और तितलियों की संगति का आनंद लेता हूँ और उनके साथ मिलकर मैं धरती माँ की प्रकृति का संतुलन बनाए रखता हूँ। मेरी उम्र इतनी लम्बी नहीं है। मैं लोगो के चेहरे पर मुस्कान ले आता हूँ। लोग अपना प्रेम व्यक्त करने के लिए फूलों से भरा गुलदस्ता दूसरो को देते है।
गुलाब का फूल
मैं एक लाल गुलाब का फूल हूँ। मेरे साथ कांटे भी आते है। प्रकृति के सौंदर्य का मैं भी प्रतीक हूँ। लोगो के बगीचे में मैं खिलता हु और अपनी सुंदरता से चार चाँद लगा देता हूँ। मुझे हरियाली बहुत पसंद है। मुझे यह प्रकृति और खुला हुआ आकाश बेहद पसंद है।
जब लोग मेरे सुगंध और खूबसूरती की प्रशंसा करते है, तो मुझे बड़ी ख़ुशी होती है। जब मैं खिल उठता हूँ, तब मंधुमखियाँ मेरे पास आकर बैठती है। मेरे मीठे रस को पीती है। गुलाब की खुशबू सभी को पसंद है। गुलाब कई रंगो में पाया जाता है।
माली द्वारा देखभाल
मैं बगीचे में खिलने वाला सुन्दर फूल हूँ। माली हमे रोज पानी और खाद देते है और हमारी देखभाल किया करते है।
कई उत्सवों और जश्नों में मेरा इस्तेमाल
संसार के सारे उत्सव मेरे बैगर फीके है। विवाहो में मुझे सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। शादी के समय दूल्हा दुल्हन एक दूसरे को फूलों की माला पहनाते है। फूलों की खुशबू जश्न को और अधिक दुगना कर देती है।
इत्र का निर्माण
जब मुझे मेरे पौधे से अलग किया जाता है, तो मुझे बड़ी तकलीफ होती है। मेरे पंखुड़ियों से इत्र बनाया जाता है। सभी लोगो को खुशबू बहुत पसंद है। मैं अपने प्यार भरे खुशबू से दुनिया को महका देता हूँ।
सुंदरता की तारीफ़
जब लोग मेरे सुंदरता की तारीफ़ करते है तो मुझे बहुत प्रसन्नता होती है। मैं ख़ुशी से झूम उठता हूँ। लोग अपने जश्न में, जन्मदिन पर और शादी में मुझे और मेरे जैसे कई फूलों को सजाने के लिए इस्तेमाल करते है।
मुझे ख़ुशी होती है जब मुझ जैसे कई रंग बिरंगे फूलों को सजाया जाता है। मेरी माला बनाकर लोकप्रिय और बड़े लोगो का स्वागत किया जाता है। लोगो का सम्मान और प्रेम व्यक्त करने के लिए मेरा उपयोग किया जाता है।
फूलों को तोड़ना
हम सभी फूल बगीचे और प्रकृति की शोभा बढ़ाते है। लेकिन कोई भी आकर फूलों को तोड़कर और मसलकर उसे फ़ेंक देता है तो मुझे बड़ा दुःख होता है।
मेरा उपयोग
मानव मुझे बहुत सारे पर्वो में उपयोग करते है। लोगो का हार्दिक स्वागत करने के लिए मुझे माला में पिरोया जाता है। जब किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसे अलविदा कहने के लिए फूलों से उसे सजाया जाता है। जब पूजा होती है तो ईश्वर के समक्ष हम फूलों को चढ़ाया जाता है। मुझे अपार ख़ुशी होती है जब मुझे ईश्वर के चरणों में अर्पित किया जाता है।
कवियों के बीच लोकप्रिय
मेरी खूबसूरती और सुगंध की ओर मंत्रमुग्ध होकर कवि मेरे ऊपर कविताएं लिखते है। कविताओं मे मुझे प्यार का प्रतीक बताया जाता है। मेरी खूबसूरती की तारीफ की जाती है। इससे मुझे ख़ुशी होती है।
शहीदों का सम्मान
भारत की रक्षा के लिए सिपाही अपनी जान न्यौछावर कर देते है। इसी जंग में हम कई भारतीय सैनिको को खो देते है। जब ऐसे वीर सैनिको को श्रद्धांजलि दी जाती है, तो हम फूलो को अर्पित किया जाता है। इससे हमें गर्व महसूस होता है।
रोजगार के लिए इस्तेमाल
कई जगह हम फूलों को तोड़ कर बाजार मे ले जाते है। लोग उन फूलों को खरीद कर बाज़ारो मे बेचते है। इससे उनका घर चलता है। उन्हें रोजगार मिलता है।
सुगंध की ओर आकर्षित
मेरे सुगंध से लोग प्रसन्न हो जाते है और मेरी तरफ खींचे चले आते है। वह फूलों के आगे अपनी तस्वीर खींचाते है। रंग बिरंगे फूलों को देखकर वह प्रसन्नता से खिल उठते है। मेरे सुगंध से वातावरण महक उठता है।
तोड़कर फेंकना
मुझे बेहद दुःख होता है जब लोग बेवजह फूलों को मसल कर फेंक देते है। फूलों को भी अपने पौधे से अलग होकर बुरा लगता है। फूलों को तोड़ना मना है लिखने के बाद भी लोग फूलों को तोड़ कर यहां वहाँ फेंक देते है। लेकिन कुछ जागरूक नागरिक ऐसे भी है जो फूलों की मन से देखभाल करते है।
मेरा अंत
एक दिन माली ने मुझे भी अन्य फूलों के साथ तोड़ लिया। किसी के जन्मदिन के सजावट के लिए हम फूलों को इस्तेमाल किया गया। दूसरे दिन हम सब मुरझा गए और हमे कचरे मे फेंक दिया गया। मेरा अंत तो हो गया लेकिन मुझे इस बात की ख़ुशी है कि मैं दूसरो को ख़ुशी दे पाया।
निष्कर्ष
फूलों का जीवन बेहद कम समय के लिए होता है। किसी के जीवन में हम अपनी खुशबू फैला देते है। किसी को इज़्ज़त देते है और किसी को अलविदा कहने के लिए भी हम फूलों का उपयोग किया जाता है।
लोगो की आरती और स्वागत के लिए भी हम काम आ जाते है। कुछ दिनों में मुरझा कर जीवन को अलविदा कह देते है। हम तो चले जाते है लेकिन हमारी महक लोगो के दिलो में बस जाती है।
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तो यह था एक फूल की आत्मकथा पर निबंध (Ek Phool Ki Atmakatha Essay In Hindi), आशा करता हूं कि एक फूल की आत्मकथा पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Autobiography Of Flower) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।