आज हम पक्षी पर निबंध (Essay On Birds In Hindi) लिखेंगे। पक्षी पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।
पक्षी पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Birds In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कई विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।
पक्षी पर निबंध (Birds Essay In Hindi)
प्रस्तावना
प्रकृति ने हमें कई सारे अनमोल तोफे दिए हैं, जो रंग बिरंगे होते हैं और जिनके होने से हमारे मन में भी सकारात्मकता आती है। कई बार यह सारे प्रकृति के अनोखे रंग हमें बेहद खूबसूरत जान पड़ते हैं, जो कहीं ना कहीं हमारे दिल को छू जाते हैं।
ऐसे में प्रकृति में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के खूबसूरत पक्षि निश्चित रूप से हम सभी को बहुत पसंद आते हैं।
कैसे होते हैं पक्षी?
पक्षी हमारे आकाश में उड़ने वाले स्वतंत्र प्राणी होते हैं, जो पंखो को फैला कर अपनी खूबसूरती को बयां करते हैं। पक्षी हमेशा कई रंगों में होते हैं। जिनमें मुख्य रुप से काले, सफेद, भूरे, हरे और लाल रंग के होते हैं।
प्रत्येक पक्षी की एक चोच होती है और लंबी पूछ भी होती हैं। कुछ पक्षी ऐसे भी होते हैं, जो अपनी मधुर आवाज से हम सभी का मन मोह लेते हैं और उनकी चहचहाहट हमें हमेशा बहुत खूबसूरत लगती है।
पक्षियों की कुल प्रजाति
एक अध्ययन के अनुसार अब तक सही तरीके से पक्षियों की कुल प्रजाति का अध्ययन नहीं किया जा सका है। क्योंकि संपूर्ण विश्व में प्रत्येक प्रकार के पक्षियों का फैलाव है।
ऐसी स्थिति में यह माना जा सकता है कि पूरे विश्व में अब तक पक्षियों की कुल प्रजाति लगभग ढाई लाख है, जिनमें से भारत में पक्षियों की लगभग 15,000 प्रजातियां पाई जाती हैं।
पक्षियों का राजा
वैसे तो हमारी प्रकृति में कई सारे रंग-बिरंगे पक्षी मौजूद हैं। बावजूद इसके पक्षियों के राजा को “गरुड़” के नाम से जाना जाता है। हम सभी ने गरुड़ का नाम सुना ही होगा, जिसका साहित्यिक धर्म ग्रंथों में उल्लेख नजर आता है।
पक्षियों का निवास
प्रकृति में पाए जाने वाले विभिन्न पक्षियों का निवास विभिन्न होता है। जहां कुछ पक्षी ऐसे होते हैं, जिन्हे पिंजरों के अंदर कैद करके रखा जाता है और पाला जाता हैं। तो वही कुछ ऐसे पक्षी होते हैं, जिन्हें स्वच्छंद आकाश में उड़ने की आदत होती है।
ऐसे में स्वतंत्र पक्षियों का निवास पेड़ों के बने घोसले, छतो के ऊपर बने हुए घोसले होते हैं। जहां वे आराम से विचरण करते हुए रहते हैं। इसके अलावा पक्षी अपने निवास में ही अपने अंडों को रखने का काम करते हैं, ताकि उन्हें सुरक्षित रखा जा सके।
ऐसे में जिन पक्षियों का निवास क्षेत्र घरों के अंदर में होता है, वह मुख्य रूप से तोता, मैना, कोयल, चिड़िया आदि पक्षी होते हैं। इनमे से कुछ पक्षियों को पिंजरे में पाला जाता है, जो गलत है। जैसे की लोग तोते को पिंजरे में बंद रखकर पालते है। तो वही कुछ पक्षी जैसे चिड़िया कई बार घरो में खुदसे घोसला बनाकर रहती है।
सभी पक्षियों को आज़ादी से आकाश में उड़ना पसंद होता है और हमे इन पक्षियों की आज़ादी उन्हें देनी चाहिए। हमे उन्हें पिंजरों में बंद करके नहीं रखना चाहिए।
राष्ट्रीय पक्षी
हमारा राष्ट्रीय पक्षी मोर है, जो बहुत ही खूबसूरत नजर आता हैं और जब भी बारिश के मौसम में वह पंख को फैलाकर नृत्य करता हैं, तो उसकी खूबसूरती चारों तरफ छा जाती है और हमारे मन को मोहने लगती है।
पक्षियों का विशेष महत्व
पक्षियों का हमारे जीवन में काफी महत्व है। पक्षियों के माध्यम से प्रकृति को भी बेहतरीन रंग प्रदान होते हैं। पक्षियों की चहचहाहट और उनके मधुर स्वभाव से हम सभी सकारात्मक ऊर्जा का असर देख पाते हैं।
कभी-कभी ऐसा होता है कि हमारे घर में कुछ पक्षी दाना चुगने आते हैं। ऐसे में हमें उन पक्षियों से विशेष प्रेम होता है और हमारे जीवन में उनका महत्व और भी बढ़ जाता है।
इसके अलावा पक्षी हमारे पारिस्थितिकी तंत्र यानि इको सिस्टम को बचाने और उसे संतुलित रखने के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पक्षियों की विशेषताएं
ऐसे तो हमारे इर्द-गिर्द कई प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं, लेकिन अगर गौर से चर्चा कि जाए तो पक्षियों की कुछ खास विशेषताएं होती हैं। जो को कुछ इस प्रकार है –
1) किसी भी प्रकार के पक्षी के शरीर में फर पाए जाते हैं, जिनकी मदद से वे खुद की रक्षा कर सकते हैं।
2) पक्षियों के अंदर खुद का घोंसला बनाकर रहने की प्रवृत्ति काबिले तारीफ है, जहां वे बिना किसी मदद के ही अपना घोंसला बनाने से लेकर उसमें अपने अंडे देने तक का कार्य स्वयं करते हैं।
3) पक्षी रंग बिरंगे होते हुए भी उनमें एकरूपता की भावना देखी जाती है और ज्यादातर पक्षियों की प्रजातियां हमेशा समूह में ही नजर आती हैं।
4) अगर आप किसी विशेष पक्षी को प्यार देते हैं, तो बदले में आपको भी प्यार प्राप्त होता है।
5) अगर आपके आसपास पक्षियों की चहचहाहट होती है, तो ऐसे में यह माना जाता है कि घर में सुख शांति की स्थिति उत्पन्न होती है और आपका आने वाला जीवन भी काफी हद तक सही हो जाता है।
6) भले ही पक्षियों का जीवनकाल छोटा होता है, लेकिन अपने संपूर्ण जीवन में वह पर्यावरण को बचाए रखने का भी विशेष योगदान करते हैं।
पक्षियों का भोजन
पक्षी मुख्य रूप से दाना चुगने और किटको को खाने का कार्य करते हैं। ऐसे में अगर आप अपने घर के बाहर दाना रखते हैं, तो निश्चित रूप से पक्षी वहां आकर दाना ग्रहण करते हैं।
इसके अलावा कुछ पालतू पक्षी ऐसे भी होते हैं, जिन्हें दूध पीना पसंद होता है और जो रोटी खाना भी पसंद करते हैं। कुछ मुख्य पक्षी ऐसे होते हैं, जो फलो को खाना पसंद करते हैं। इनमें ज्यादातर वही पक्षी होते हैं, जो जंगल में रहते हैं और स्वयं का घोंसला बनाकर रहना पसंद करते हैं।
पक्षी पालन
वैसे तो पक्षियों को पालना सही नहीं माना जाता है और उन्हें हमेशा स्वच्छंद आकाश में उड़ने देना सही माना गया है। लेकिन कुछ ऐसे पक्षी भी हैं, जिनके माध्यम से लोग उन्हें बेचकर अपने घर का खर्चा चलाते हैं। जिनमें मुख्य रुप से तोता, कोयल, गौरैया पक्षी होते हैं।
ऐसे में पक्षी पालन को एक व्यवसाय के रूप में भी देखा जाता है। पक्षी पालन के जरिये लोग अपनी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करते है और अपना जीवन चलते है।
उपसंहार
इस प्रकार से ऐसा देखा जाता है कि पक्षियों के बगैर संपूर्ण प्रकृति अधूरी नजर आती है। ऐसे में अगर आपके आसपास पक्षी नजर आए, तो उन्हें प्यार और अपनापन दे। क्योंकि वे भी प्रकृति का एक अभिन्न अंग है और उनके माध्यम से प्रकृति को संतुलित रखने का कार्य भी किया जाता है।
इन्हे भी पढ़े :-
- मेरा प्रिय पक्षी तोता पर निबंध (My Favourite Bird Parrot Essay In Hindi)
- यदि मैं पक्षी होता पर निबंध (If I Am A Bird Essay In Hindi)
- राष्ट्रिय पक्षी मोर पर निबंध (National Bird Peacock Essay In Hindi)
- 10 Lines On Birds In Hindi Language
- 10 Lines On Pigeon In Hindi Language
तो यह था पक्षी पर निबंध (Birds Essay In Hindi), आशा करता हूं कि पक्षी पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Birds) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।