हिंदी दिवस पर निबंध (Hindi Diwas Essay In HIndi)

आज के इस लेख में हम हिंदी दिवस पर निबंध (Essay On Hindi Diwas In Hindi) लिखेंगे। हिंदी दिवस पर लिखा यह निबंध बच्चो और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

हिंदी दिवस पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Hindi Diwas In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


हिंदी दिवस पर निबंध (Hindi Diwas Essay In HIndi)


प्रस्तावना

राष्ट्र मनुष्य की सबसे बड़ी संपत्ति हैं, जिस भूमि के अन्न, जल से यह शरीर बनता एवं पुष्ट होता है उसके प्रति आनायस ही स्नेह एवं श्रद्धा उमड़ती रहती है। जो व्यक्ति अपने राष्ट्र की सुरक्षा एवं उसके प्रति अपने कर्तव्यों की उपेक्षा करता है, वह कृतध्न है।

उसका प्रायश्चित संभव ही नहीं, उसका जीवन पशु के समान बन जाता है। मरुभूमि में वास करने वाला व्यक्ति ग्रीष्म की भयंकरता के कारण हाफ- हाफ कर जी लेता है। लेकिन अपनी मातृभूमि के प्रति अत्यधिक प्रेम रखता है।

शीत प्रदेश में वास करने वाला व्यक्ति काँप काँप के जी लेता है। लेकिन जब उसके देश पर कोई संकट आता है तो वह अपनी जन्मभूमि पर जान निछावर कर देता है। यह मेरा देश है कथन में कितनी मधुरता है,  “इस पर जो कुछ है वह सब मेरा है” जो व्यक्ति ऐसी भावना से रहित है उसके लिए ठीक ही कहा गया है की,

जिसको न निज गौरव तथा

नीज देश का अभिमान है

वह हर नहीं नर पशु नीरा

ओर मृतक समान है।।

हिंदी दिवस की श्रेष्ठता

हमारा भारत देश अनेकता में एकता पर आधारित है। इसकी श्रेष्ठता ये है की प्राचीन समय से ही जो सभ्यता चली आ रही है। वो अभी भी हमारे देश में विधमान है। भले ही आधुनिता के चलते  कुछ बदलाव आये हो पर संस्क्रति ओर सभ्यता में अभी भी वही भारत देश है।

प्राचीनकाल से ही धर्म, संस्क्रति में विविधता होने के बाबजूद हमारे देश भारत में सब मिलजुलकर रहते है। हमारे देश में अनेक भाषाएँ बोली जाती है परन्तु भारतीय संविधान में 19 प्रादेशिक भाषा को भारतीय भाषा के रूप में मान्यता मिली है। इसमे हिंदी भाषा सबसे अधिक बोली जाने बाली भाषा है।

हिंदी दिवस कब मनाया जाता है?

संविधान सभा में देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी भाषा को अंग्रेजी भाषा के साथ आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया गया था। परन्तु हमारे देश भारत में अंग्रेजी भाषा को भी मानने वाले लोग उस समय अधिक थे।

लेकिन 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में एकमत के साथ निर्णय लिया कि भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी ही होगी और इस वजह से ही हमारे देश भारत में प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने की परंपरा स्थापित हो गई।

1953 से 14 सितंबर के दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। क्योंकि 1947 में भाषा को लेकर सबसे बड़ा सवाल उठा था, तो हिंदी राष्टभाषा बनी ओर तब से ही हिंदी दिवस मनाने की परम्परा शुरू हो गई।

हिंदी दिवस परिभाषा

हिंदी हमारे देश की मातृ भाषा थी ओर हमेशा ही रहेंगी, क्योंकि हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जो हमारे देश में कई भाषओं को मिलाकर बनी है। हमारे देश में अत्याधिक बोली जाने वाली भाषा हिंदी ही है।

हिंदी भाषा का विकास

संविधान में राष्ट्रभाषा हिंदी के विकास से प्रचार की व्यवस्था भी की गई है। संविधान सभा के अनुच्छेद 351 के अनुसार राष्ट्रीय भाषा हिंदी के प्रसार, संवर्धन तथा इसे सुनियोजित ढंग से विकसित करने का विशेष दायित्व केंद्र का है।

ताकि भारत मिली-जुली संस्कृति के सभी वर्गों की अभिव्यक्ति का माध्यम बन सके। हमारी हिंदी भाषा का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना माना जाता है। सामान्य तोर पर प्राकृत भाषा की जो अंतिम अपभ्रंश अवस्था है, उसी से ही हिंदी भाषा या हिंदी साहित्य का जन्म हुआ है।

पहले के समय में अपभ्रंश के कई रूप थे ओर उनमे ही सातवी ओर जो आठवी सताब्दी थी, तब से ही पद्द में रचना लिखना प्रारम्भ हो गया था। चन्द्रधर शर्मा हिंदी के रचियता जिन्होंने इसे गुलेरी पुरानी हिंदी का नाम दिया था।

हिंदी भाषा वास्तव में फ़ारसी भाषा का शब्द है। जिसका अर्थ होता है हिंदी का या हिंदी से सम्बन्धित। हिंदी शब्द की उत्तपत्ति सिंधु-सिंध से हुई है ओर ईरानी भाषा में स का उच्चारण ह किया जाता था।

इस प्रकार हिंदी शब्द वास्तव में सिंधु शब्द का प्रतिरूप है। कालांतर में हिन्द शब्द सम्पूर्ण भारत का पर्याय बनकर उभरा है ओर इसी हिन्द से हिंदी बना है। इसी हिंदी का प्रतिरूप हिंदी भाषा है, जिसका प्रयोग हम ओर आप हमारे बोलचाल की भाषा में करते है।

हिंदी दिवस समारोह

हिंदी विश्व में समान्यतः दूसरे स्थान पर बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी दिवस के दीन हमारे देश के स्कूल, कॉलेजों, कार्यलयों ओर सभी सरकारी ओर गैरसरकारी कार्यलय में हिंदी दिवस मनाया जाता है।

इस उपलक्ष में कविता, कहानी, भाषण आदि प्रतियोगिता आयोजित कि जाती है। हमारे देश भारत में संवाद का विषय अधिकतर हिंदी होना चाहिए ओर हमे हमारी हिंदी भाषा का प्रचार भी करना चाहिए।

भारत की राजधानी दिल्ली में विज्ञान भवन में हिंदी से सम्बन्धित विभिन्न क्षेत्रो में श्रेष्ठता के लिए लोगो को भारत के राष्ट्रपति द्वारा इस दिन पुरष्कृत किया जाता है।

आज हिंदी भाषा का स्थान

आज हमारे देश भारत में हिंदी बोलने वाले तो है। परन्तु आजकल इंग्लिश भाषा का प्रचलन दिनो दिन बढ़ता जा रहा है। ओर ये हमारी हिंदी भाषा की गरिमा पर चिंता का विषय है। हिंदी एक व्याकरण की दृष्टि से एक समृद्ध भाषा है।

कुछ शब्द जिनका उच्चारण वैज्ञानिक तोर पर कुछ अजीब है जैसे की कम्प्यूटर, साइकिल, स्कूल, कॉलेज तक तो ठीक है। परन्तु अंग्रेजी के कुछ अनावश्यक शब्दो का हिंदी में प्रयोग सही नहीं है ओर वही हिंदी व्याकरण के तोर पर एक सम्रद्ध भाषा है।

हमारे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का कहना था की वर्तमान समय विज्ञान के मुलकार्य अंग्रेजी में होते है। इसलिए आज अंग्रेजी आवश्यक है, किन्तु मुझे विश्वास है की अगले दो दशको में विज्ञान के मुलकार्य हमारी भाषाओं में होने शुरू हो जाएंगे ओर तब हम जापानियों की तरह आगे बढ़ सकेंगे।

हिंदी डेढ़ की सम्पर्क भाषा तो है ही परन्तु इसे राजभाषा का वास्तविक सम्मान भी दिया जाना चाहिए, जिससे की यह पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधने वाली भाषा बन सके। देश के रत्न ओर विख्यात डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद कह गए है की

जिस देश को अपनी भाषा ओर साहित्य के गौरव का अनुभव नही है वह उन्नत नही हो सकता। अतः आज देश के सभी नागरिको को यह संकल्प लेने की आवश्यकता है की वह हिंदी को स्नेह ओर प्यार से अपनाकर ओर सभी कार्य क्षेत्रो में इसका अधिक से अधिक प्रयोग कर इसे व्यवहारिक रूप से राजभाषा एवं राष्टभाषा बनने का गौरव प्रदान करेंगे।

हिंदी भाषा के गुण

(1) हिंदी भाषा से हमे ये लाभ है की इसे बेझिझक कहि भी बोल सकते है, चाहे भारत के किसी भी कोने में हम क्यों ना चले जाए।

(2) हिंदी भाषा हमारे देश के प्रत्येक क्षेत्र में बोली जाती है।

(3) हिंदी भाषा हमारे देश की राष्ट भाषा है।

(4) हिंदी भाषा या हिंदी बोली का उपयोग हमारे देश के सभी सरकारी कार्यलयों में किया जाता है, स्कूलों ओर सभी बैंको में सभी सरकारी जगहों पर हिंदी में ही कार्य करना अनिवार्य है।

(5) हमारा देश हिन्दीभाषा देश है।

(6) हमारे देश भारत में हिंदी में ही बहुत ही प्यारी कविताये ओर रचनाओ का निर्माण होता है।

(7) अधिकतर समाचारपत्र भी हिंदी में ही प्रकाशित होते है।

(8) हमारे देश के प्रधानमंत्री ओर राष्ट्रपति जहाँ भी जाते है तो वे हिंदी भाषा में ही भाषण देते है।

(9) हमे हमारे व्यवहार में हिंदी भाषा का ही प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि ये बहुत गौरव की बात है।

(10) सनकोचित मनोवर्ती को छोड़कर हिंदी भाषा को अपनाना हमारा कर्तव्य है।

(11) हिंदी एक सरल भाषा है, साथ ही इसमे सभय्ता झलकती है। अंग्रेजी के तरह नहीं जहाँ you का मतलब तू ओर आप होता है। जबकि हिंदी में आप को आप ही कहा जाता है।

(12) हिंदी की खासियत है की इसे दूसरी अन्य भाषओं से जल्दी ओर आसानी से सीखा जा सकता है।

(13) हिंदी भाषा को जैसे लिखते है, वैसे ही बोला भी जाता है।

(14) इंटरनेट का प्रत्येक कार्य अंग्रेजी में होता है फिर भी हर 5 में से 1 व्यक्ति इंटरनेट को हिंदी में चलाना पसंद करता है।

(15) एक खास बात यह है की अंग्रेजी के तरह हिंदी में भी बेवसाइट एड्रेस बना सकते है।

(16) किसी भी बच्चे का जन्म होता है, तो वो मा द्वारा बोली भाषा का ही प्रयोग करता है जिसे मातृ भाषा कहते है, ओर जो अधिकतर हिंदी बोली ही होती है।

आज के समय में हिंदी से ज्यादा अंग्रेजी को महत्व

(1) हमारे देश के वीरो ने अपनी जान गवा कर हमे आजादी दिलवाई, हिंदी भाषा को एक महत्वपूर्ण स्थान दिलवाया। परन्तु आजकल हिंदी बोलने बाले से ज्यादा अंग्रेजी बोलने बालो को ज्यादा महत्त्व दिया जाने लगा है।

(2) आप देखेंगे की हिंदी में बड़े बड़े भाषण देने वाले व्यक्तियों के एक के भी बच्चे हिदी मीडियम स्कूल में नहीं पड़ते।

(3) हिंदी बोलने बाले को तुच्छ ओर अंग्रेजी बोलने बाले को अधिक महत्व दिया जाने लगे है।

(4) आजकल तो समाचार देखने के लिए टेलीविजन अगर चालू करेंगे, तो उसमे भी हिंदी से अधिक अंग्रेजी चैनल दिखेंगे।

(5) बॉलीबुड में भी फिल्मे हिंदी में ही होती है, परन्तु अधिकतर शब्दो का प्रयोग अंग्रेजी का ही होता है।

(6) हमारे देश भारत में 77% लोग हिंदी बोलते है इसके बाबजूद अंग्रेजी को महत्व दिया जाता है।

(7) आजकल नोकरी के लिए भी अंग्रेजी भाषा बोलने बाले को पहले रखा जाता है, जैसे की हिंदी की शिक्षा लेने वाले बच्चे ने कोई पाप कर दिया हो।

(8) हर क्षेत्र में अंग्रेजी को मान्यता पहले दे दी जाती है भले ही हिंदी हमारी राष्ट भाषा है।

(9) हिंदी का नमस्ते शब्द सबसे अधिक बोला जाने वाला शब्द है, फिर भी लोग हाय, हलो ज्यादा करने लगे है।

(10) इंटरनेट पर भी अधिकत अंग्रेजी भाषा का ही प्रयोग किया जाता है।

उपसंहार

हिंदी हमारी राष्ट भाषा है ओर हिंदी दिवस वो दिन है जिस दिन हमे अधिक से अधिक हिंदी भाषा का ही प्रयोग करना चाहिए ओर प्रचार करना चाहिए। जो सुख हमे रामायण, भगवत गीता को हिंदी में पड़कर मिलता है वो अंग्रेजी भाषा में नही मिल सकता है।

हमे तो गर्व के साथ कहना चाहिए की हम हिंदी है और वतन हिन्दोस्तान हमारा….ना की अपनी भाषा को छोड़कर अंग्रेजी भाषा को महत्व देना चाहिए। यहां तो वही कहावत सार्थक होती है की “अंग्रेज चले गए परंतु अंग्रेजी भाषा छोड़ गए”।

इसलिए हमे भी ऐसी भाषा को त्यागकर हमारी हिंदी भाषा ओर हिंदी दिवस को शिखर तक पोहचाना चाहिए ओर कहना चाहिए की मुझे गर्व है अपनी हिंदी राष्ट्रभाषा पर।


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तो यह था हिंदी दिवस पर निबंध, आशा करता हूं कि हिंदी दिवस पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Hindi Diwas ) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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