मोबाइल फ़ोन पर निबंध (Mobile Phone Essay In Hindi)

आज के इस लेख में हम मोबाइल फ़ोन पर निबंध (Essay On Mobile Phone In Hindi) लिखेंगे। मोबाइल फ़ोन पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

मोबाइल फ़ोन पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Mobile Phone In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


मोबाइल फ़ोन पर निबंध (Mobile Phone Essay In Hindi)


प्रस्तावना

हम सभी के जीवन में मोबाइल फ़ोन जैसे एक जरूरत बन गई है। लोगो की सुबह मोबाइल से होती है ओर रात भी मोबाइल से, मोबाइल के बिना तो जैसे लोगो के जीवन में कुछ नहीं है। छोटे बच्चो से लेकर बड़े लोगो के हाथ में मोबाइल दिख जाएगा।

बहुत से अभिभावक तो ऎसे हो गए है की यदि उनके बच्चे उन्हें तंग करते है, तो वो उनके हाथों में मोबाइल थमा देते है। ये आदत बच्चो कि लत बन जाती है, जो कि सही नहीं है।मोबाइल को हमेशा अपने साथ रखना ठीक है, क्योकि लोगो की जरूरत है। परंतु उनके स्वास्थ्य की दृष्टि से ये सही नहीं हैं।

हमारे देश भारत में शायद ही कोई विरला होगा जिसके पास मोबाइल नहीं हो। हमारे देश में प्रतेक व्यक्ति के पास कुछ हो ना हो, मोबाइल जरूर दिखेगा।

मोबाइल फ़ोन

मोबाइल फ़ोन जन संचार का माध्यम है। जन संचार में विभिन्न प्रकार के मैकेनिकल साधन, यंत्र और जनसंचार माध्यम जैसे रेडियो, टेलीविजन, सिनेमा, पुस्तकें, टेलीकानफेनसिग सैटेलाइट, मोबाइल फ़ोन आदि भाग लेते हैं।

कुछ सन्देश या सूचनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का केवल एक यही तरीका है। कोई भी व्यक्ति जो दुनिया के किसी भी कोने में रहता है, जनसंचार में भाग ले सकता है।

मोबाइल फ़ोन की परिभाषा

मोबाइल फ़ोन एक इलेक्ट्रॉनिक संचार का उपकरण है, जो बिना किसी तार या बिना किसी भोतिक गतिविधियों के बिना मेगाहर्ट्ज आवृति स्तर पर काम करता है। जो आज हम इंसानों के लिए संचार का बहुत अच्छा साधन बन गया है।

मोबाइल का फूल फॉर्म

Mobile – Modify Operation Byte Integration Limited Energy

हिंदी में मोबाइल का नाम – दूरभाष यन्त्र

मोबाइल फ़ोन के प्रकार

मोबाइल फ़ोन में स्मार्टफ़ोन आजकल बहुत लोगो के जीवन में शामिल हो रहे है। पहले कि अपेक्षा में इनकी कीमत बहुत कम हो गई है। आजकल मोबाइल खरीदना वाकई बहुत सस्ता हो गया है।

आज ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जिसके पास मोबाइल ना हो, इसकी कीमत इतनी कम हो गई है ओर जरूरत इतनी अधिक की गरीब व्यक्ति के पास भी भले ही खाना ना हो खाने के लिए, परन्तु मोबाइल जरूर होगा। आखिर इसकी कीमत जो इतनी कम है।

आजकल स्मार्टफ़ोन का जमाना है ओर इनकी कीमत भी कम है। स्मार्टफ़ोन कितने प्रकार का है ओर कोन सा आपरेटिंग सिस्टम सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है यह आज कहना मुश्किल हो जाता है। क्युकी कुछ दिनों में ही नई ऑपरेटिंग सिस्टम आ जाती है। फिर भी सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम निचे दिए गए है।

(1) Android

(2) IOS

एंड्रॉयड

दोनों ही सिस्टम अपनी अपनी जगह बहुत ही अच्छे है। पर इन दोनों की तुलना करना तो बनता ही है। वो इसलिए क्युकी दोनो में ही कुछ फर्क हैं। Android ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम हैं, जिसे कोई भी इस्तेमाल कर सकता हैं।

आईं. ओ. एस. (IOS)

वही पर ios ऑपरेटिंग सिस्टम केवल आईफ़ोन के लिए ही उपलब्ध है। इसका प्रयोग कोई कम्पनी नहीं कर सकती है। अगर सिक्योरिटी की बात करे तो ios की सिक्योरटी लाजवाब है, पर ios apple के फ़ोन में ही मिलता हैं ओर यह काफी महंगा भी होता हैं।

जिसके पास बहुत अधिक धन हो वहीं इसे खरीद सकता है। वही पर एंड्रॉयड फ़ोन इसके बिल्कुल विपरीत है। महंगे के साथ ये सस्ती कीमत में भी मिल जाता है। इसलिए एंड्रॉयड फ़ोन को लेना लोग ज्यादा अच्छा समझते हैं।

मोबाइल का आविष्कारक

मोबाइल फ़ोन का उपयोग हम सभी करते है। अब तो स्मार्ट फ़ोन एंड्रॉयड फ़ोन हो आ गए है। 4G तो है ही, अब तो 5G भी आने वाला है ओर क्या पता आ ही गया हो। पर क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया का पहला मोबाइल फ़ोन किसने बनाया है।

उसकी कीमत कितनी थी, उसका बेट्री बेकप कितना था। तो आपको बता दे की मोबाइल फ़ोन का आविष्कारक अमेरिका के इंजीनियर मार्टिन कुपर थे। इसके आविष्कार की तारिक 3 अप्रैल 1973 है।

तब मोबाइल का सबसे पहली बार प्रयोग किया गया था ओर मोटोरोला वो कम्पनी है जिसने इसे सबसे पहली बार लांच किया था। मार्टिन कूपर 1970 में मोटोरोला कम्पनी से जुड़े थे।

दुनिया का पहला मोबाइल मार्टिन कूपर ने लगभग 2kg का बनाया था। उस मोबाइल की बड़ी सी बेट्री को कंधे पर लटका कर चलना पड़ता था। एक बार चार्ज करने के बाद उससे केवल 30 मिनिट ही बाते की जा सकती थी। फिर उसे चार्ज करने में 10 घंटे लगते थे।

उस समय यानी 1973 में एक मोबाइल की कीमत 2700 अमेरिकी डालर थी। मतलब भारत में इसकी कीमत लगभग 2 लाख रुपए। तो इससे आप अंदाजा लगा सकते है की कितने लोग इसे खरीद सकते होंगे।

1973 में बने इस मोबाइल को पहले 0G मोबाइल फ़ोन कहा जाता था ओर सबसे पहले मोटोरोला ने 1983 में आम लोगों के लिए पहली बार बाजार में मोबाइल फ़ोन को उतारा था।जिसका नाम मोटोरोला डायना TAC 8000X था ओर इसकी कीमत 3995 अमेरिकी डॉलर थी।

भारत में मोबाइल फ़ोन का आगमन

भारत में मोबाइल फ़ोन का आगमन दुनिया के पहले मोबाइल के बनने के बाद 31 जुलाई 1995 को हुआ था। दूरसंचार में इसका सर्वप्रथम 20 फ़रवरी 1997 को प्रयोग किया गया।

फिर वो दिन भी आ गया जब हमारे देश भारत में मोबाइल फ़ोन का आगमन हो गया ओर इसकी शुरुआत वर्ष 1994 में भूपेंद्र कुमार मोदी द्वारा कि गयी। उन्ही की कम्पनी Modi Telstra ने देश में पहले मोबाइल का प्रारंभ किया। सबसे पहला कॉल कोलकात्ता से दिल्ली में किया गया था।

मोबाइल फ़ोन के फायदे 

मोबाइल फ़ोन के आने से जनसंचार का माध्यम बदल गया। 20 वी शताब्दी में टेलीफ़ोन संचार को ओर अच्छा कर दिया गया, जिसके फलस्वरूप जनसंचार बेहतर होता चला गया। मोबाइल फ़ोन के आने से इलेक्ट्रॉनिक ओर तकनीकी का नया स्वरूप देखने को मिला।

पुराने जमाने में जनसंचार का माध्यम कबूतर के द्वारा किया जाता था। लेकिन अब संचार का माध्यम ग्रामोफ़ोन, टेलीफ़ोन, मोबाइल फ़ोन, स्मार्टफ़ोन, आदि बन गए हैं। बीते कुछ बरसों से संचार के माध्यम ने तरक्की की है। अब मोबाइल फ़ोन, स्मार्टफ़ोन, बाजार में आ गये है, जिसके जरिए संचार के उपयोग में बहुत अधिक बडोतरी हुई है।

मोबाइल फ़ोन के वजह से आप कभी भी और कही भी किसी से भी बात चित कर सकते है। पहले किसी से बात करनी होती थी तो दो ही तरीके थे, या तो आपको चिट्टी भेजनी पड़ती थी या फिर खुद वह जाना पड़ता था। लेकिन मोबाइल ने इस समस्या को ख़त्म कर दिया।

मोबाइल फ़ोन आज इतने ज्यादा विकसित हो चुके है की आप ना सिर्फ मोबाइल से बात कर सकते है, बल्कि आप एक दूसरे को sms कर सकते है। sms, चिट्टी भेजने समान ही कार्य  है, सिर्फ फ़र्क़ इतना है की चिट्टी पहोचने में समय लगता है और SMS तुरंत पोहोच जाता है।

मोबाइल में आज इंटरनेट का भी इस्तेमाल किया जाने लगा है। इंटरनेट का इस्तेमाल करके आज आप मोबाइल से ही किसी को भी email भेज सकते है। यह पूरी तरह से SMS के तरह ही है। email के जरिये आप विदेश में रहने वाले व्यक्ति को भी कोई जानकारी पल भर में भेज सकते है। ईमेल भेजना मुफ्त होता है, सिर्फ आपको मोबाइल में इंटरनेट होना चाहिए।

मोबाइल फ़ोन काफी उन्नत हो चुके है। आज के मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करके आप अपनी या किसी चीज की तस्वीर निकल सकते है। यही नहीं आप वीडियो कॉल भी कर सकते है। वीडियो कॉल में न सिर्फ आपको सामने वाले की आवाज सुनाई देती है, बल्कि आप उस इंसान को उस वक़्त अपने मोबाइल में देख सकते है।

मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल सिर्फ संचार के लिए ही नहीं होता। मोबाइल फ़ोन आज मनोरंजन का एक साधन बन गया है। आप मोबाइल में आज टीवी देख सकते है, गाने सुन सकते है, फिल्म देख सकते है। मनोरंजन सिर्फ यही ख़त्म नहीं होता, मोबाइल आप वीडियो गेम्स खेलकर अपना मनोरंजन कर सकते है।

मोबाइल फ़ोन के बहोत से फायदे है, जिसमे से एक है की आप अपने मोबाइल में किसी भी जगह के समाचार चुटकियो में देख सकते है। इसके लिए आपको टीवी या अख़बार जी जरूरत नहीं पड़ती। आप मोबाइल से ही देश विदेश के समाचार देख सकते है।

मोबाइल में आज आप दुनिया के किसी भी कोने का वक़्त जान सकते है। आप मोबाइल में कैलेंडर के तरह तारीख और दिन भी जान सकते है। पहले हमे जब कुछ खरीदना होता था तो हमे बाजार में जाना पड़ता था।

लेकिन वक़्त के साथ दुनिया बदली और मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल आज पूरी दुनिया कर रही है। ऐसे में आज हम किसी भी चीज को अपने मोबाइल का इस्तेमाल करके घर पर ही मंगवा सकते है। इसके लिए हमे बाजार जाने की जरूरत नहीं पड़ती।

मोबाइल का सबसे बड़ा फायदा शिक्षा में हुआ है। यह पूरी तरह से हम पर निर्भर करता है की हमे मोबाइल को कैसे इस्तेमाल करना है। आज इंटरनेट के वजह से हमे सभी जानकारी इंटरनेट पर मिल जाती है। जैसे अगर आपको किसी विषय के बारे में जानना हो तो आप बड़े ही आसानी से इंटरनेट पर उस जानकारी को कुछ ही पलो में प्राप्त कर सकते है।

जबकि मोबाइल के आने से पहले, कंप्यूटर के आने से पहले अगर किसी चीज की जानकारी प्राप्त करनी होती थी, तो हमे पूरी किताबे पढ़नी थी या किसी जानकर इंसान से पूछना पड़ता था। मोबाइल फ़ोन ने आज इसे पूरी तरह से बदल दिया है, जिस काम को करने में पहले काफी समय लग जाता था वो काम आज मोबाइल से जल्दी हो जाते है।

मोबाइल फ़ोन से नुकसान

आज हमने भले ही बहुत तरक़्क़ी प्राप्त कर ली हो, चाहे एक जगह से दुनियां के किसी भी कोने से अपनो से बाते कर ले ते हो। परन्तु आपको पता ही है की इस मोबाइल फ़ोन के कारण ही आज रिश्तो में दूरिया आ गयी है। आज पहले की तरह कोई दो घड़ी बैठ कर आपस में सुख दुख नही बाटते, क्योंकि उनकी जगह अब मोबाईल ने जो ले लि है।

घण्टो मोबाइल के प्रयोग से निकलने वाली रेडियेशन बहुत हानिकारक होती है, जो हमारे स्वास्थ को नुकसान पहुचाती है। आजकल युवा वर्ग हो या बच्चे सभी अपना समय मोबाइल में ही बर्बाद करते हुए दिख जाते है।

इसका प्रयोग करके जो पढ़ाई की जाती है वह ऑनलाइन उतनी सक्सेस नहीं, जितनी सामने अपने शिक्षक से शिक्षा लेने से मिलती है। मोबाइल फ़ोन में बेंकिंग सुविधा आने से क्रेडीट कार्ड ओर बहुत सी बैंक से जुड़ी जानकारी, कुछ लोग गलत तरीके से प्राप्त करते है और इसी बजह से साइबर क्राइम की उपज हुई है, जो की बहुत हानिकारक है।

फ़ोन में स्पामिंग ओर वायरस भेज कर फ़ोन में आतंकवाद जैसी गतिविधिया भी उत्पन्न होती है। आजकल के मातापिता अपने छोटे बच्चों से परेशान होकर उनके हाथो में मोबाइल थमा देते है, जो एक आदत से लत का रूप धारण कर लेती है। जो हर तरह से बच्चो के जीवन के लिए की गलत है।

आजकल घण्टो बेठकर ऑफिस आदि में कम्प्यूटर पर ही काम किया जाता है। सारी डिटेल्स कम्प्यूटर पर ही रखी जाती है। पहले की तरह हाथो से बनी फाइल अब कहि देखने को नही मिलती, परन्तु आपको पता है की कम्प्यूटर भी केवल एक मशीन है।

उसी प्रकार आज हम अपने सरे काम मोबाइल से करने लग गए है, आज हम मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल इतना कर रहे है की हम छोटी चीजों को याद भी नहीं रखते। जैसे पहले जब कभी हम बाजार में कोई चीज खरीदने जाते थे तो उसे याद रखते थे।

लेकिन आज कल हम सभी चीजों की लिस्ट मोबाइल में लिख लेते है, इस कारण चीजों को याद रखना हमारे लिए मुश्किल होते जा रहा है। इसका कारन मोबाइल फ़ोन के ऊपर बढती निर्भरता है। उसी तरह हम छोटे सी गणना करने के लिए भी मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करने लगे है। जो हमारे दिमाग को और भी सुस्त बना रहा है।

उपसंहार

हमने माना की मोबाइल फ़ोन आधुनिकता की जरूरत है। परन्तु हर चीज की अति खराब होती है, चाहे वो एक मोबाइल ही क्यों ना हो। इसलिए इसके अत्यधिक प्रयोग से हमे बचना चाहिए और अपने आप को, अपनी आखो को ओर अपने शरीर को इस मोबाइल की बीमारी से कुछ समय के लिए दूर रखना चाहिए।

आजकल किसी के पास मोबाइल ना हो तो उसे ऐसे देखा जाता है, जैसे की वो इस धरती का मानव ही नहीं है। मानव द्वारा बनाई इस मशीन की कठपुतली बनने से हमे बचना होगा।मोबाइल फ़ोन का प्रयोग हमे लत बनाकर नही अपितु जहाँ इसका उपयोग और आवश्यकता हो वहाँ करना चाहिए।


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तो यह था मोबाइल फ़ोन पर निबंध, आशा करता हूं कि मोबाइल फ़ोन पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Mobile Phone) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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