गणतंत्र दिवस पर निबंध (Republic Day Essay In Hindi)

आज के इस लेख में हम २६ जनवरी गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay On Republic Day In Hindi) लिखेंगे। गणतंत्र दिवस विषय पर लिखा यह निबंध बच्चो और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

गणतंत्र दिवस पर लिखे हुए यह निबंध (Essay On 26 January Republic Day In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (26 January Essay In Hindi)


प्रस्तावना 

देश मे हर वर्ष 26 जनवरी को Republic day अर्थात गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन एक राष्ट्रीय पर्व होता है और इस दिन देश मे अवकाश रहता है। 26 जनवरी के दिन ही देश का संविधान लागू हुआ था, तभी से यह दिन Republic day के रूप में मनाया जाने लगा।

गणतंत्र दिवस का जश्न

Republic day का जश्न पूरे देश मे दिखाई देता है। जिधर भी नजर जाती है हर कोई देशभक्ति के रंग में डूबा नजर आता है। गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर देश के सभी स्कूलों में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं।

जिसमें छात्र-छात्राएं बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और देश भक्ति के नृत्य, संगीत और भाषण आदि प्रस्तुत करते हैं। Republic day के दिन सभी सरकारी कार्यालयों में ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इसमें सभी Staff मिलकर ध्वजारोहण करते हैं।

लेकिन यदि इस दिन का असली रंग देखना है तो वह हमें दिल्ली के राजपथ और लालकिला में देखने को मिलता है। यहाँ पर देश के प्रधानमंत्री खुद प्रस्तुत होते है और ध्वजारोहण करते है और देश को संबोधित करते हैं।

दिल्ली में आकर्षण का मुख्य केंद्र राजपथ से लेकर लालकिला तक होने वाली परेड होती है। जिसको देखने के लिए देश के अलग अलग हिस्सों से लोग आते हैं और इस परेड का लुत्फ उठाते हैं।

यह परेड हर देखने वाले के अंदर एक देशभक्ति की भावना जागृत करती है। परेड में देश की सेना के तीनों भाग जल सेना, थल सेना और वायु सेना भाग लेती है। इस मौके पर देश के महामहिम राष्ट्रपति भी मौजूद होते हैं, जो कि तीनों सेनाओं के Commander-in-Chief होते हैं।

राष्ट्रपति जी को यह तीनो सेनाएं सलामी देती है। इसके साथ ही हर वर्ष देश किसी अन्य देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या फिर अपने मित्र देश के मुखिया को गणतंत्र दिवस में सम्मलित होने के लिए आमंत्रित करते हैं।

Republic day के दिन सुबह से ही सभी लोग राजपथ में इकट्ठा होने लगते हैं, फिर चाहे वह आम व्यक्ति हो या राजनेता हो हर कोई सुबह से ही वहाँ आ जाता हैं। परेड के दौरान देश की सेनाएँ कई तरह के साजो-सामान को भी देश के सामने रखती है।

इसमे कई आधुनिक टैंक, मिसाइल के साथ ही कई तरह की अत्याधुनिक मशीनरी को दिखाया जाता है। हर वर्ष कुछ न कुछ नया दिखाया जाता है, जिससे कि विश्व मे यह संदेश जाता है कि देश अपनी सुरक्षा करने में सक्षम है।

लड़ाई के साजो-सामान के साथ साथ आर्मी के बैंड भी होते हैं, जो कई अलग अलग वाद्ययंत्रों को बजाते हैं। इनको सुनने से और भी अधिक देशभक्ति की भावना बढ़ती है। पुलिस फ़ोर्स और NCC भी इस परेड का हिस्सा होती है।

इस परेड में सबसे रोमांचक कारनामा देश की सेना मोटरबाइक पर करती है, जिसे कोई भी देखने से चूकना नई चाहेगा। Republic day की परेड में न सिर्फ देश की शक्ति का प्रदर्शन होता है, बल्कि विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक खूबियों की भी झांकी निकाली जाती है।

जैसा कि हमारा देश कई राज्यो से मिलकर बना है और हर राज्य की अपनी अलग संस्कृति, बोली-भाषा और इतिहास है। इस दिन हर राज्य की यही कुछ खास बातें आकर्षण का मुख्य केंद्र होती है।

इस परेड में हर राज्य के बीच की एकता को दिखाया जाता है। कई लोग राज्यों की विशेष पोषाक पहने हुए होते हैं। साथ मे वो लोग उस राज्य के कुछ पारंपरिक नृत्यों का भी प्रदर्शन करते हैं।

देखने मे ये सभी दृश्य काफी मनोरम लगते हैं। करीब 1200 स्कूली बच्चे नृत्य करते हैं। तिरंगे के रंग में बने हुए गुब्बारों को हवा में छोड़ा जाता है।

गणतंत्र दिन के पीछे का इतिहास

देश को ब्रिटिश राज से 1947 में आजादी तो मिल गई थी लेकिन देश का कोई संविधान नही था। देश किस तरह से काम करेगा इसकी रूपरेखा संविधान से ही निर्मित होती है। 28 अगस्त 1947 को एक कमेटी का गठन हुआ जिसका काम था देश को एक स्थायी संविधान देना। इस कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर थे।

4 नवम्बर 1947 को इस कमेटी ने यह संविधान का ड्राफ्ट कांस्टीट्यूइंट असेंबली के सामने रखा। असेम्बली ने इस ड्राफ्ट में कई तरह के बदलाव किए और 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन के इंतजार के बाद 24 जनवरी 1950 को असेम्बली के 308 सदस्यों ने दो ड्राफ्ट में हस्ताक्षर किए।

इनमे से एक ड्राफ्ट हिंदी में था और दूसरा ड्राफ्ट इंग्लिश में था। इसके 2 दिन बाद से ही यह ड्राफ्ट पूरे देश मे लागू हो गया और पूरे देश को अपना खुद का संविधान मिल गया।

तभी से 26 जनवरी को देश भर में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं, क्योंकि इसी दिन से देश के गण यानी कि जनता को यह अधिकार मिला था कि वह देश को चलाने के लिए एक नेता अपनी मर्जी से चुन सकते हैं। इस दिन देश के पहले राष्ट्रपति जो डॉ राजेन्द्र प्रसाद थे इनकी नियुक्ति हुई थी।

अमर जवान ज्योति का महत्व 

राजपथ के एक तरफ अमर जवान ज्योति बनी है। कोई भी प्रधानमंत्री ध्वजारोहण के पहले अमर जवान ज्योति पर आता है। अमर जवान ज्योति उनका एक प्रतीक है जिन्होंने देश के खातिर अपनी जान न्योछावर कर दी है।

प्रधानमंत्री यहाँ पर आते हैं और उनकी याद में 2 मिनट का मौन रखते हैं। इसके बाद बाकी सभी कार्यक्रमों के लिए वो आगे बढ़ जाते हैं।

वीरता पुरस्कार

Republic day के दिन ही ऐसे लोगों को वीरता का पुरस्कार दिया जाता है, जिन्होंने वीरों जैसा काम किया हो। इसके लिए अशोक चक्र और कीर्ति चक्र दिया जाता है। ये पुरुस्कार ऐसे वीर सैनिकों को दिया जाता है जिन्होंने अपने साहस और कौशल के बल पर कोई ऐसा काम किया हो जो देखने और सुनने में अतिसंयोक्ति से कम नही हो।

वायुसेना के करतब

भारतीय वायुसेना भी इस परेड में लोगो का ध्यान आकर्षित करती है। भारतीय वायुसेना के जेट्स और हेलीकॉप्टर के जरिए काफी तरह के करतब दिखाए जाते हैं, जिसमें से एक करतब है हवा में हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज बनाना।

हवा में कलाबाजियों के अलावा दूसरा आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र मोटर बाइक पर राइड होती है जो सेना के जवान करते हैं। इस राइड का इंतजार सभी को रहता है, क्योंकि इसमें किये गए करतब देख सभी की सांसें रुक सी जाती हैं।

बीटिंग रिट्रीट समारोह 

हम सब सोचते हैं कि गणतंत्र दिवस का समापन 26 जनवरी को ही हो जाता है, लेकिन आधिकारिक रूप से यह राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी से शुरू होकर 29 जनवरी को खत्म होता है।

29 जनवरी को बीटिंग रिट्रीट के साथ ही Republic day का समापन हो जाता है। इस दिन सेनाओं के तीनों अंग के बैंड यानी कि जल सेना का बैंड, थल सेना का बैंड और वायु सेना का बैंड एक साथ प्रदर्शन करता हैं।

इस दौरान अतिथि के तौर पर महामहिम राष्ट्रपति उपस्थित रहते हैं। बीटिंग रिट्रीट का समारोह विजय चौक और रायसीना हिल्स में आयोजित होता है।

गणतंत्र दिन के मुख्य अतिथि

देश अपने पहले ही गणतंत्र दिवस समारोह में मित्र देशो के प्रमुख को समारोह में सम्मलित होने के लिए आमंत्रित करता रहा है। देश मे आज चीन से तनाव का माहौल है लेकिन चीन और पाकिस्तान को भी मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आमंत्रित कर चुका है।

इनके अलावा भारत अपने पड़ोसी देशों में भूटान, श्रीलंका, मॉरिशस को भी आमंत्रित कर चुका है। जबकि USSR और शीत युद्ध के बाद अमेरिका भी मुख्य अतिथि रह चुका है।

इनके साथ ही इंडोनेशिया, ब्राजील, यूगोस्लाविया, फ्रांस, ब्रिटेन, नाइजीरिया जैसे कई देश इस समारोह में मुख्य अतिथि रह चुके हैं। 2015 मे अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा मुख्य अतिथि थे। जबकि 2016 में फ्रांस के राष्ट्रपति थे।

2017 में UAE के क्राउन प्रिंस मुख्य अतिथि के तौर पर इस समारोह में शामिल हुए थे।

अलग अलग राज्यों में गणतंत्र दिन 

हर राज्य अपने यहाँ कुछ विशेष तरह की झाकियां निकालता है, जो ये बताती हैं कि आजादी के बाद से आज प्रदेश कितनी तरक्की कर चुका है। प्रदेश की सांस्कृतिक झलक भी उन झांकियों में देखने को मिलती है। कई जगहों पर गायन, नृत्य और वाद्ययंत्रों के जरिए यह पर्व मनाया जाता है।

उपसंहार

भारत एक ऐसा देश है जहाँ कई धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं। जहाँ कुछ ही दूरी चलने पर बोली बदल जाती है और फिर हर 400-500 किमी में पहनावा बदल जाता है। ऐसे में संविधान वह कड़ी है जो देश के सभी लोगों को एकता के सूत्र में पिरोता है।

यह एक ऐसा पर्व है जिसे पूरे देश मे सभी लोगों के द्वारा एक ही भावना के साथ मनाया जाता है। Republic day एक ऐसा दिन है जो देश के लोगों में संविधान के प्रति निष्ठा को बढ़ाता है और देश प्रेम की भावना को बढ़ाता है।

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26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर निबंध (Short Essay On Republic Day In Hindi)


गणतंत्र दिवस हमारे भारत देश का महत्यपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार हैं। गणतंत्र दिवस को 26 जनवरी के दिन बहुत ही जोश के साथ मनाया जाता हैं। 26 जनवरी को बहुत ही खास दिन माना जाता हैं, इस दिन हमारे देश में सबिधान लागु हुआ था। इसी लिए हमारे देश में इस दिन अनेक कार्यक्रम होते हैं और उस में सभी हिस्सा लेते हैं।

गणतंत्र दिवस खास कर सरकारी कार्यालय और स्कूल में बहुत धूम धाम से मनाया जाता हैं। इस दिन स्कूल में बहुत सारे कार्यक्रम का आयोजन किया जाता हैं और बच्चे नाटक, भाषण और अनेक तरह के कार्यक्रम करते हैं।

26 जनवरी को कुछ स्कूल बच्चो का रैली निकालते हैं, जिसमे सभी के हाथो में भारत का तिरंगा दिया जाता हैं। इस दिन हमारे देश के सभी वीर नेता और सहीद जवान को याद किया जाता हैं।

सभी लोग अपने -अपने तरीको से इन्हे याद करते हैं, ये सभी वीर जवान हमारे देश को आजाद होने के लिए अपनी जान गवा चुके है। हमारे देश में लम्बे समय तक अंग्रेजो ने शासन किया था।

उस समय भारत की नागरिक को लम्बे समय तक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और जब अंग्रेज का शासन था, तब अंग्रेज द्वारा बनाये गए नियमो का पालन करना पड़ता था। और वो नियम हमारे देशवाशियो के हित में नहीं होते थे।

इस कारण आजादी के बाद हमारे देश के नेताओ और देशवासीओ ने एक नियमित भारत में संविंधान की माँग कि थी। 28 अगस्त 1947 को ड्राफ्टिंग कमिटी के बैठक में हमारे देश के निवासियों को मध्य नजर रखते हुए एक संबिधान का प्रारूप बनाया गया।

और इस बैठक में हमारे देश के सभी बिषय पर चर्चा हुई और उसके बाद 4 नवंबर 1947 को डॉ भीम राम आंबेडकर जी की अध्यक्षता में  प्रस्ताव को सदन में रखा गया। और 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन में भारत का समिधान बन कर तैयार हुआ।

इसके बिच बहुत सारे दिक्कते आई लेकिन हमारे भारत को चाहने वाले सभी लोग इसके लिए लगे रहे और 26 जनवरी 1950 को इस संबिधान को हमारे देश में लागु कर दिया गया।

26 जनवरी को हमारे देश के निवासी की माँग पूरी हुई और संविधान के नियम से हमारा देश चलने लगा। इससे हमारे देश को विकास के तरफ बढ़ने में सहायता मिली और इस दिन का सबको बहुत इंतजार था।

इसीलिए इस दिन को हमारे भारत के सभी लोग तिरंगा लहरा कर स्वागत किया करते है और हम सब लोग आज भी इस दिन को तिरंगा लहरा कर और राष्ट्रगाण से अपना भारतीय होने का परिचय देते हैं और इससे हमें गर्व महसूस होता हैं।

गणतंत्र दिवस को और विशेष बनाने के लिए भारत देश की राजधानी नई दिल्ली में खास कार्यक्रम रखे जाते हैं। इस कार्यक्रम में हमारे देश के राष्ट्रपति भी हिस्सा लेते हैं और इस कार्यक्रम की शुरुआत हमारे भारत के राष्ट्रपति झण्डा फहरा कर और राष्ट्रगान से करते हैं।

इस कार्यक्रम में भारत के जल सेना, थल सेना और वायु सेना हिस्सा लेते हैं और सभी अपनी -अपनी कला को प्रस्तुत करते हैं। 26 जनवरी के दिन वहाँ सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए दिल्ली में भारत के बहुत से अलग अलग जगहों से लोग आते है और इसमें हिस्सा लेते हैं।

इस दिन देश के राष्ट्रपति हमारे देश की सेना को उसके प्रदर्शन के लिए पुरुष्कार भी देते हैं। इस दिन वायु सेना खास प्रदर्शन करते हैं, वो अपने हथियारो का प्रदर्शन आकाश में दिखाते हैं। और तिरंगे के रंग केसरिया, सफेद और हरे फूलो की बारिश करते है, जो इस कार्यक्रम को और रोचक बना देते हैं।

26 जनवरी को हमारे देश के सभी बॉडर पे उपस्थित जवान खास परेड करते हैं और उस दिन उन्हें भी अपने आप पे गर्भ होता हैं। भारत माता की रक्षा करते हुए इस दिन सेना प्रमुख भी अपने सेना के साथियो के साथ कार्यक्रम का आयोजन करते हैं।

और उसमे सभी सेनाए अपने शस्त्रों का भी प्रदर्शन दिखाते हैं और झंडा फहराते हैं। साथ ही राष्ट्र गान से पुरे आस पास का क्षेत्र गूंज उठता हैं। सेना हमारे देश की रक्षा करती ही हैं लेकिन गणतंत्र दिवस के दिन हमारे देश के विकाश के लिए और कामना करती है।

26 जनवरी की तैयारी हमारे देश के स्कूल, कॉलेज और सरकारी प्राइवेट संस्था में एक महीने पहले से ही सुरु कर दि जाती हैं। इस दिन को विशेष दिन बनाने के लिए हमारे देश के डांस, गाण और अनेक तरह -तरह के कार्यक्रम और खेलो में युवा बच्चे सभी हिस्सा लेते हैं। और इसका अभ्यास कुछ दिन पहले से ही शुरू कर दिया जाता हैं।

गणतंत्र दिवस के दिन आयोजित कार्यक्रम में आस -पास के लोगो को भी बुलाया जाता हैं और वो सभी इस आयोजन का आनंद लेते हैं। इस कर्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए सभी का मनोबल और बढ़ाने के लिए पुरस्कार का भी वितरण किया जाता हैं।

इस आयोजन की शुरुआत भारतीय तिरंगे को लहरा कर किया जाता हैं और साथ ही में अनेक प्रकार के मिठाई को बाटा जाता हैं। इसके साथ में खास करके राष्ट्रीय मिठाई जिलेबी भी बाटे जाती हैं।

26 जनवरी के दिन कार्यक्रम में आये हुए सभी लोग कुछ ना कुछ इस शुभ दिन के बारे में अच्छा बताते हैं और भाषण देते हैं और देश की कहानी बच्चो को बताते हैं। हम सभी को 26 जनवरी के दिन अपने देश के लिए छोटा या बड़ा कुछ ना कुछ अच्छा करने का निश्च्य लेना चाहिए।

इस दिन हमारे देश का राष्ट्रीय पर्व मनाया जाता हैं, इस लिए हमे राष्ट्र का विकास होने के लिए किये गए कामो में साथ देना चाहिए। हमे गणतंत्र दिवस में खुल कर हिस्सा लेना चाहिए, अगर आस -पास में कोई ऐसा व्यक्ति हो जो इससे अनजान है तो उसे इस दिन का महत्व बताना और समझाना चाहिए।


तो यह था गणतंत्र दिवस पर निबंध, आशा करता हूं कि गणतंत्र दिवस विषय पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Republic Day) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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