मेरा सपना पर निबंध (Essay On My Dream In Hindi)

आज हम मेरा सपना पर निबंध (Essay On Mera Sapna In Hindi) लिखेंगे। मेरा सपना पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

मेरा सपना पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On My Dream In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


मेरा सपना पर निबंध (Essay On My Dream In Hindi)


प्रस्तावना

मेरा सपना है की मेरे देश में सर्वपर्थम सारी श्रेष्टता,अच्छाई और दिव्य स्वरूप प्रस्तुत होता रहे। इस देश को विश्व का गुरु और शिरोमणि देश कहने के कई आधारभूत कारण है। हमारे देश की महानता को संक्षिप्त रूप में इस प्रकार प्रस्तुत किया जा सकता है, की हमारा देश हिमालय के आंगन में बसा हुआ है।

इसे सूर्य की पहली किरणे अपना उपहार प्रदान करती है। हम भारतीयों ने ही विश्व -भर में सब से पहले ज्ञान का प्रकाश दिया है। मेरा सपना है की मेरा भारत देश सूर्य की किरणों की तरह सभी कार्यों में सबसे आगे रहे और प्रगति करता रहे।

मेरा सपना मेरे देश की प्रकृति फलती – फूलती रहे

वास्तव में अगर देखा जाये तो मेरे भारत देश की प्रकृति पूरी दुनिया में सबसे प्यारी रहे। ऐसा होना चाहिए की मानो प्रकृति देवी ने स्वयं अपने हाथो से अपनी सम्पूर्ण कला को प्रस्तुत किया है।

मेरा सपना है की मेरे देश के मैदान, इसके पहाड़, इसकी घाटिया, इसके जंगल, इसकी वनस्पतिया, इसकी नदियाँ, इसके झरने, इसके ग्लेशियर, इसके खनिज पदार्थ, इसकी फसलें, इसके फल – फूल, इसके ऋतुएँ आदि सबके सब विश्व भर में अनोखापन लिए हुए हो।

यही नहीं मेरा सपना है की मेरे देश के सभी प्राणी, जिव – जंतु, चर – अचर आदि सभी के सभी अपनी श्रेष्ठता से पुरे विश्व की श्रेष्टता को ठेंगा दिखाते हुए अपने महत्व को बड़े ही सहज से प्रस्तुत करे।

मेरा सपना है की मेरे देश की प्रकृति अर्थात विधाता की अनुपम रचना बने वः चारो और से सुरक्षित और सृदढ़ रूप से सिंह के समान, अपनी शक्ति और महानता बनाते हुए विश्व – भर में सर्वश्रेष्ठ होने का स्वतः प्रमाण प्रस्तुत करते रहे।

मेरा सपना मेरे देश और मुझमे अपार सहन शक्ति विधमान होये

मेरा सपना है की मेरे देश के लोगो में अपार शक्ति विधमान होये और इसके अच्छे उदाहरण आज के समय को देख कर आसानी बताये जा सकते है। जब मेरे देश ने कोरोना जैसी खतरनाक बिमारी से सयमपूर्वक लड़ाई जित कर, आज उसकी वेक्सीन जो बिमारी का तोड़ है उसका निर्माण किया है।

जो की मेरे देश के लोगो की सहन शक्ति ही है, जिससे उन्होंने आज जित की तरफ आगे कदम बढ़ाया है। ऐसे ही मेरा देश जित हासिल करता रहे यही मेरा सपना है। इसके साथ ही मेरा सपना है की मेरा देश और देशवासी कई आंधी तूफ़ान आदि विभिन्न प्राकृतिक मुसीबतो से बचते रहे।

हमे इन मुसीबतो से लड़ने के लिए धर्य के साथ शक्तिशाली और विनम्र बने रहना है। मेरा सपना है की हम किसी को भी दुखी ना देख सके, हमारे मन में सदैव दिन दुखियो के प्रति तुरंत दया आये।

हमारा संग्रह त्याग के लिए ही है। हम अतिथियों को देवता समझते है और हम हमेशा ही इसी निति का पालन करते रहे, यही मेरा सपना है। जिस प्रकार हमारे पूर्वज सत्यवादी, तेजस्वी रहे है उसी प्रकार हम भी बने।

मेरा सपना है की हम हमारी संस्कृति और सभ्यता को विश्व के सभी देशों में बढ़ाये और अक्षुण रहे। मेरा सपना है की हमारे वेद उपनिषद के ज्ञान की गंगा सभी और प्रवाहित होती रहे। जिस प्रकार श्री कृष्ण जी ने गीता का उपदेश दिया, उसी स्वरूप हम हमारा जीवन बिताये और अच्छे कर्म करते रहे और उसके फल को भगवान के उप्पर छोड़ दे।

मेरा सपना है की नारी को महत्व दिया जाए

आज हम देख रहे है की राजनीती के क्षेत्र में, समाज – सेवा के क्षेत्र में, शिक्षा के क्षेत्र में, चिकित्सा के क्षेत्र में तथा अन्य अनेक उधोग धंधो के विकास में नारी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। मेरा सपना भी है की नारी प्रतेक क्षेत्र में अपना परचस्व लहराती रहे।

वो डर को अपने पास से भगाये, उसे अपने उप्पर हावी ना होने दे। आज ऐसा कोई कार्यालय नहीं है जंहा नारी ने अपनी कार्यक्षमता का परिचय न दिया हो, यह सब होते हुए भी भारतीय समाज में कुछ ऐसे लोग है जो लड़की की तुलना में लड़के को प्राथमिकता देते है। उसके पालन – पोषण तथा उसकी शिक्षा का विशेष प्रबंध करते है।

और वही लड़की की वकासोन्मुखी प्रतिभा की उपेक्षा करते है। यह एक अनुचित तथा पक्षपातपूर्ण व्यवहार है। आज के युग में लड़का – लड़की एक समान है यह प्रमाणित हो चुका है। यदि दहेज – प्रथा का पूरी तरह उन्मूलन हो जाए, तो नारी का मान सम्मान और आत्मविश्वास से और भी बढ़ जाएगा। तभी तो नारियो के उत्थान का यह मेरे सपनो का भारत कहलाएंगा।

मेरा सपना बेटी का जन्म खुशियों से भरा कहलाये

प्रत्येक माता – पिता की यह इच्छा होती है की उनके यहां संतान हो। सन्तान के अभाव में परिवार अपूर्ण रहता है। जिस घर के आंगन में बच्चो की किलकारियां नहीं गूंजती, वह घर बिना सुगंध के पुष्प के समान दिखाई देता है।

यह संतान दो रूपों में प्राप्त होती है। लड़का अथवा लड़की। प्राचीन काल में भारतवर्ष में परिवार नियोजन अथवा जनसंख्या नियंत्रण जैसे शब्द सुनने को नही मिलते थे। इसलिए उस समय यदि घर में लड़की जन्म लेती है, तो लड़के की प्रतिक्षा की जाती थी।

आज की परिस्थितियां बदल गयी है। घर में माता पिता केवल दो बच्चो की ही कामना करते है, यदि एक लड़का तथा एक लड़की हो जाती है तो संतोष का अनुभव किया जाता है। अगर दोनों लड़किया हो जाए, तो परिवार में असंतोष व्याप्त हो जाता है।

मेरा सपना है की ये भेदभाव की डोर जो काफी समय से चली आ रही है, वो अब खत्म हो जाए और लड़कियों के जन्म में भी माता पिता खुशीओ से उत्त्सव मनाये। आखिर बेटियां ही होती है जो आपके घरो के चिराग को जन्म देती है। तो उसी बेटी से आखिर नफरत क्यों। मेरा सपना है की इस भेदभाव का अंत हो जाए।

मेरा सपना नारियो पर पश्चिमी सभ्यता का प्रभाव

मेरा सपना है की मेरे देश की जो नारिया है उनपे धीरे – धीरे पश्चिमी सभ्यता के प्रभाव तथा शिक्षा के प्रसार से नारी जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन हो। उसे प्राचीन दलदल जिससे रूढ़ियों की दुर्गंध आती थी उसे वह उतार कर फेंक दे और वह पुरुषो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले।

मेरा सपना है की वह प्र्तेक क्षेत्र में सफलता का परिचय दे। परिणामस्वरूप रूढ़िवादी समाजवादी की विचारधारा में परिवर्तन आये। उसने अनुभव किया की यदि पालन – पोषण तथा उसकी शिक्षा – दीक्षा का समुचित प्रबंध किया जाए, तो वह प्रतिभा तथा कौशल के क्षेत्र में लड़के के समान ही स्वयं को सक्षम प्रमाणित कर सकती है।

क्युकी नारी की शक्ति और ताकत किसी के एहसान का मोहताज नहीं है और आज की नारिया पहले की नारियो से ज्यादा स्वतंत्र और शक्तिशाली है। हर किसी से लड़ने की योग्यता उसमे झलकती है। गलत को गलत और सही को सही बोलने की क्षमता वो रखती है।

मेरे देश की नारिया भले ही पश्चिमी सभ्यता को अपनाये पर किसी भी कार्य में पीछे भी नहीं है। तभी तो हमारे देश में कई महान विभूतियों ने जन्म लिया और हमारे देश का नाम किया। इसलिए मेरा सपना है की मेरे देश की नारी हर क्षेत्र में अव्वल रहे, कोई भी इसे हिला ना सके और नाही पीछे करे। इसलिए पश्चिमी सभ्यता को अपनाये पर प्रगति के लिए यही मेरा सपना है।

मेरा सपना एक अच्छा नागरिक होना

मेरा सपना है की मेरा देश भारत दिन व् दिन प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति करे, चाहे वो क्षेत्र कोई भी हो आगे ही बड़े पीछे अपने कदम कभी भी ना ले और यहां का प्रतेक नागरिक एक अच्छा नागरिक बने।

वो अपने अधिकार और कर्तव्य का समुचित पालन करे, तथा अपने मत का भी प्रयोग भली भाँती करे। ताकि हमारे देश से भ्र्ष्टाचार, अपराध और आतंकवाद जैसी कुरुतियां समाप्त हो, साथ ही समय पर करो का चुकाना एवं देश के प्रति श्रद्धा रखना आदि बातो का भी ध्यान रखे।

प्रत्येक नागरिक को दूसरों के अधिकार तथा धर्म का सम्मान करना चाहिए। एक अच्छा नागरिक दुसरो के प्रति वफादार होता है और वह कानून का नियम पूर्वक पालन करे यही मेरा सपना है।

मेरे देश का प्रत्येक व्यक्ति एक अच्छा नागरिक बने, क्युकी एक प्रजातांत्रिक देश अपने नागरिको की उत्तमता पर निर्भर होता है। यदि नागरिक राजनीती में दिलचस्पी लेते है तथा अपने अधिकारों के प्रति सजग होते है, तो एक राष्ट्र की विशेषताएं बढ़ती है और देश अधिक शक्तिशाली होता है।

मेरा सपना है की मेरे देश का प्रत्येक नागरिक अपनी मातृभूमि को प्यार दिल से करे और उस पर जान न्योछावर करने के लिए सदैव तत्पर रहे।

उपसंहार

मेरा सपना है की मेरा भारत देश सदैव अध्यात्मवादी और शांतिपूर्ण राष्ट बने। यह निश्चित है की संसार की सुख और समृद्धि केवल शान्तिपूर्ण वातावरण में ही सम्भव है। और भारत इसके लिए सदैव प्रयत्नशील रहा है।

मेरा भारत देश वसुदेव कुटुंबकम तथा सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः की कामना करने वाला राष्ट है। जिसकी मूल भावना शान्ति स्थापित करने की है। बहुजन हिताय की भावना रखने वाला देश कभी दूसरे देश की हानि के संबंध में तो सोच भी नहीं सकता है।

यही मेरा सपना है की भारत देश विश्व शान्ति का प्रबल समर्थक बना रहे। किसी भी प्रकार के युद्ध,अणुशक्ति के विनाशकारी प्रयोग का वह सदैव विरोध करता रहा है। परस्पर मतभेद से दूर रहे। इसलिए मेरा सपना शान्ति का पालन करता है और करेगा।


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तो यह था मेरा सपना पर निबंध (Mera Sapna Essay In Hindi), आशा करता हूं कि मेरा सपना पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On My Dream) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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