समय का सदुपयोग पर निबंध (Samay Ka Sadupyog Essay In Hindi)

आज हम समय का सदुपयोग पर निबंध (Essay On Samay Ka Sadupyog In Hindi) लिखेंगे। समय का सदुपयोग पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

समय का सदुपयोग पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Samay Ka Sadupyog In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


समय का सदुपयोग पर निबंध (Samay Ka Sadupyog Essay In Hindi)


प्रस्तावना

समय एक अमूल्य धन है। समय की अहमियत हमे जिन्दगी में सफलता की ओर ले जाती है। समय एक बार बीत जाए, तो वह वापस लौटता नहीं है। अगर दूध से एक बार हम दही बना लेते है तो वापस उसे दूध नहीं बनाया जा सकता है। समय एक ऐसी चीज़ है, जिसे खोकर पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता है।

समय से अधिक महत्वपूर्ण चीज़ और कुछ है ही नहीं। समय का सदुपयोग का अर्थ है ठीक समय पर सही और उचित कार्य करना। जो व्यक्ति अपने ज़रूरी कार्यो को कल पर छोड़ देते है,उन्हें सफलता प्राप्त नहीं होती है।

समय का चक्र रुकता नहीं, बल्कि चलते रहता है। इसकी अवहेलना करना मनुष्य को भारी पड़ सकता है और नुकसान भी होता है। जो व्यक्ति समय का सही उपयोग नहीं करता है, वह ज़िन्दगी में हमेशा निराश रहता है।

ऐसा व्यक्ति अपने भाग्य को कोसता है, जो बिलकुल गलत है। समंदर की लहरें, पृथ्वी का सूरज के चारो ओर घूमना, यह सभी कार्य रुकते नहीं है। यह पृथ्वी प्राकृतिक नियम समय के बेजोड़ गवाह है।

देश के महापुरुषों और वैज्ञानिको ने समय को व्यर्थ नहीं गंवाया है। इसलिए इन लोगो ने समय का सही उपयोग करके महान कार्य किया है। समय का सदुपयोग करने वाले लोग अच्छा कार्य करते है और समाज में अपना मुकाम हासिल करते है।

समय अमूल्य धन

समय किसी की प्रतीक्षा नहीं करता है। वह निरंतर चलता रहता है और कभी किसी भी शक्ति के दबाव में नहीं रहता है। धन को भी हम वापस कमा सकते है लेकिन बीते हुए वक़्त को वापस लाने में हम असमर्थ है। जो व्यक्ति समय पर कार्य करता है, वह समय के महत्व को अच्छी तरह से समझता है।

समय का दुरूपयोग करने वाले को समय स्वंग नष्ट कर देता है। जो व्यक्ति समय की इज़्ज़त नहीं करते है, वे निकम्मे और आलसी होते है। प्रतिस्पर्धा की इस दुनिया में समय कितना  कीमती होता है, यह वह लोग अच्छी तरह से समझते है जो ज़िन्दगी में कुछ करना चाहते है।

समय का सदुपयोग करने वाले सफलता की सीढ़ी जल्दी चढ़ जाते है। समय रूपए, पैसे और धन से भी अधिक कीमती होता है।

वक़्त पर काम करना ज़रूरी

कल करे सो आज कर, आज करे सो अब। पल में प्रलय होएगी, बहुरि करेगा कब। इसका अर्थ है, हमे आज का काम आज करना चाहिए और कल का कार्य भी आज ही समाप्त कर लेना चाहिए। क्यों कि कल क्या हो किसे पता। समय का दुरूपयोग करने वाले लोग हमेशा आज के कार्य को कल के भरोसे छोड़ देते है। वह समय पर काम ना करने के बहाने ढूँढ़ते है।

समय कोई धन और गहना नहीं है, जिसे हम संभालकर तिजोरी में रख सके। सूर्य वक़्त पर उगता है और अस्त होता है। सौरमंडल के सारे ग्रह अपने नियमित चक्कर लगा रहे है। हर वर्ष मौसम सही वक़्त पर आता है। यह कहना गलत ना होगा कि समय का सदुपयोग प्रकृति से बेहतर कोई जानता ही नहीं है।

विद्यार्थी जीवन में समय का महत्व

विद्यार्थी जीवन में समय का बहुत महत्व है। बच्चो को बचपन से समय पर हर कार्य को करना सिखाया जाता है। सुबह समय पर उठकर विद्यालय जाना, विद्यालय में जाकर समय पर कक्षा कार्य को पूरा करना, यह सब विद्यार्थियों को सिखाया जाता है।

विद्यार्थी जीवन में आदर्श विद्यार्थी समझ जाते है कि उन्हें एक मिनट भी समय को गवाना नहीं चाहिए। विद्यार्थी अपने सभी कार्य और दूसरे गतिविधियों को समय पर कर सके, इसके लिए वह समय नियोजन करते है।

विद्यार्थी एक सुव्यवस्थित समय सूची यानी टाइम टेबल का निर्माण करते है, ताकि वह हर काम को सही समय पर कर सके, उसमे कोई भी चूंक ना हो। विद्यार्थी हर ज़रूरी कार्यो को योजनाबद्ध तरीके से और सही ढंग से करते है।

ऐसे विद्यार्थी को आदर्श विद्यार्थी कहा जाता है। विद्यार्थी जीवन में जो भी समय बच जाए उसमे उन्हें विभिन्न कार्यो को सीखने का प्रयास करना चाहिए। भविष्य किसी ने नहीं देखा, इसलिए समय का निरंतर उपयोग करते रहना चाहिए।

समय की गंभीरता को समझने की ज़रूरत

अगर हर कार्य समय पर हो तो समाज और देश उन्नति निश्चित है। यदि सभी गाड़ियां समय के अनुसार चलने लगे तो भारत में कार्य कुशलता की वृद्धि होगी। अगर दफ्तरों में सभी कार्य सटीक समय पर होने लगे और कर्मचारी वक़्त के पाबंध हो तो दफ्तर की उन्नति तय है।

अगर समय का उपयोग व्यक्ति सही तरीके से करता है तो वह आसमान छू सकता है। यदि मरीज को समय पर चिकित्सा केंद्र ना पहुँचाया गया तो उसकी जान जा सकती है। समय की पाबंदी को समझना अनिवार्य है।

अभिभावकों को अपने बच्चो को हमेशा समय का महत्व सीखाना चाहिए। ऐसा करने पर बच्चे बचपन से खुद समय का पालन करते है और उज्जवल भविष्य की तैयारी करते है।आजकल कुछ अभिभावक इतने अधिक व्यस्त हो गए है कि वह अपने बच्चो को वक़्त नहीं देते है और खुद ही इसका पालन करते हुए नज़र नहीं आते है।

फलस्वरूप बच्चे भी बिगड़ जाते है। सही समय का पालन करवाना सबसे पहले अभिभावकों को अपने बच्चो को सिखाना चाहिए।

सही समय पर सही कार्य करना महत्वपूर्ण

स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कि उठो, जागो और अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ो। गया हुआ समय मनुष्य को सिर्फ पछतावे के अलावा और कुछ नहीं देता है। सही समय पर सही कार्य और उसकी परख करना मनुष्य को आना चाहिए।

हमे अपने बहुमूल्य समय को कैसे बिताना है, यह हमे निर्धारित करना चाहिए। समय मनुष्य की जिन्दगी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। व्यक्ति जब अपने जिंदगी में समय पर कोई काम नहीं कर पाता है, तो हाथ मलते हुए रह जाता है।

यदि जीवन में सभी चीज़े समय के अनुसार ना हो, तब ज़िन्दगी उल्टी पड़ जाती है। मनुष्य को आलस नहीं करना चाहिए। आलस सबसे बड़ा दुश्मन होता है। इसके कारण व्यक्ति ज़रूरी कार्यो को समय पर नहीं कर पाता और वक़्त बर्बाद करता है।

जिसका नतीजा उसे आगे चलकर भुगतना पड़ता है और उसके पास अफ़सोस करने के लिए भी कुछ नहीं बचता है।

सफलता की चाबी : समय

सफलता के दरवाज़े खोलने में समय का बहुत बड़ा हाथ होता है। अगर समय पर व्यक्ति कार्य ना करे, तो यह दरवाज़े और सारे रास्ते बंद हो जाते है। भगवान् ने सभी मनुष्य को उनका समय दिया है। हमे हर दिन चौब्बिस घंटे मिलते है, ताकि हम जीवन में समय का सदुपयोग अपने कार्यो को पूरा करने के लिए कर सके।

मनुष्य को अपनी मेहनत भी सही वक़्त पर करनी चाहिए, तभी मेहनत रंग लाती है। बिना किसी वजह समय का दुरूपयोग नहीं करना चाहिए। जिस प्रकार समय निरंतर चलता रहता है, हमे भी समय रूपी घड़ी के साथ निरंतर चलना चाहिए। समय के तात्पर्य को समझकर उसे अपने लक्ष्य प्राप्ति हेतु इस्तेमाल करना ही मनुष्य की भलाई है।

समय को बर्बाद नहीं करना चाहिए

जीवन का सबसे अहम पहलु समय होता है। एक बार वक़्त का पहिया घूम जाए तो आपका चहिता समय पुनः लौटता नहीं है। समय का उपयोग हम अपने सारे जीवन काल में कैसे करते है, यह सम्पूर्ण तौर पर मनुष्य पर निर्भर करता है।

प्रत्येक मनुष्य के पास एक निर्धारित समय होता है और जीवन के अंत के पश्चात समाप्त हो जाता है। इस समय का उपयोग केवल मनुष्य पर निर्भर करता है। यदि मनुष्य समय का भली भाँती उपयोग करता है तो वह गरीब से धनवान बन सकता है। समय को जो व्यर्थ गवांता है, वह धनवान से गरीब बन सकता है। समय उन लोगो का विनाश करते है जो समय को महत्व नहीं देते है।

समय का नुकसान और इंसान की असफलता

समय को ना हम खरीद सकते है और ना बेच सकते है। समय का इस्तेमाल मनुष्य द्वारा किया जाता है। समय का उपयोग सटीक तरीके से ना करने वाले लोग बेजान और प्रभावहीन जीवन बिताते है। वे मौज़ मस्ती में अपना कीमती समय व्यर्थ कर देते है, जिसका परिणाम उन्हें आगे चलकर मालुम होता है।

ऐसे लोगो को यह पता ही नहीं चलता कि वह समय जैसी कीमती वस्तु का गलत तरह से उपयोग कर रहे है। इससे समय का कोई नुकसान नहीं होता है, नुकसान ऐसे मानसिकता वाले लोगो का होता है।

समय सीमाहीन होती है। समय का न कोई आरम्भ है और ना इसका कोई अंत है। कुछ लोग समय के महत्व को समझकर भी उसकी अवहेलना करते है। लोग सही समय पर धैर्य खोकर समय को बर्बाद करते है और गलत फैसले लेते है।

निष्कर्ष

समय एक अनमोल रत्न है। व्यक्ति अगर सही माईनो में सफल होना चाहता है तो उसे समय की कदर करनी चाहिए। जो व्यक्ति समय को बर्बाद करता है, वह खुद को पतन की ओर धकेल देता है। समय हमेशा गतिमान होता है। समय किसी के लिए रुकता नहीं है, ना ही इंतज़ार करना उसकी फितरत में है।

यदि व्यक्ति एक सफल जीवन बिताना चाहता है तो उसे सही क्षण में सही फैसले लेने होंगे और सही दिशा में परिश्रम करना होगा, तभी वह समय का सदुपयोग कर पाता है। समय बहुत ही बलवान होता है।

समय को हराना मुमकिन नहीं है, लेकिन इसका उपयोग करना हमारी जिम्मेदारी है। समय जीवन में लोगो को सफल होने के कई मौके देते है। मनुष्य का कर्त्तव्य है की वह इन कीमती पलो का इस्तेमाल करे।


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तो यह था समय का सदुपयोग पर निबंध, आशा करता हूं कि समय का सदुपयोग पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Samay Ka Sadupyog) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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