रोजगार पर निबंध (Rojgar Essay In Hindi)

आज हम रोजगार पर निबंध (Essay On Rojgar In Hindi) लिखेंगे। रोजगार पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

रोजगार पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Rojgar In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


रोजगार पर निबंध (Employment / Rojgar Essay In Hindi)


प्रस्तावना

भारत में कई समस्याओं में बेरोजगारी की समस्या गंभीर समस्याओं में से एक है। रोजगार करना सभी इंसानो की ज़रूरत है। सभी व्यक्ति शिक्षित होकर रोजगार की तलाश में जूट जाते है। बहुत लोगो को नौकरी प्राप्त होती है और कुछ लोग इससे वंचित रह जाते है।

रोजगार करना मनुष्य के जिन्दगी का अहम पहलू है। रोजगार के बिना गुजारा करना नामुमकिन है। सभी लोगो को जीवन में तीन प्रमुख साधनो की आवश्यकता होती है, जो की है भोजन, कपड़ा और सर ढकने के लिए छत यानी घर।

लोग रोजगार के आय से अपनी आजीविका चलाते है। हर इंसान को कोई ना कोई रोजगार करना पड़ता है। मनुष्य को रोजगार सिर्फ रूपए पैसे ही नहीं देता है, बल्कि लोगो को प्रगति करने के कई मौके देता है। रोजगार के अवसर, धन के साथ मान -सम्मान भी देता है।

रोजगार हमे ज्ञान भी देता है और हम अपने क्षेत्र में और कामयाब कैसे हो सकते है यह भी सिखाता है। कुछ लोग देश में लघु उद्योगों में काम करते है, बहुत से लोग कृषि करके अपना गुजारा करते है।

कई लोग व्यापार करते है और कई लोग बड़े बड़े कंपनियों में नौकरी करते है। कई लोग तेज़ धूप में काम करके, मज़दूरी करते है। वहीं कई लोग बड़े -बड़े फैक्टरियों में काम करते है।परिश्रम करने के पश्चात कुछ लोगो को दैनिक वेतन दिया जाता है। जो लोग नौकरी करते है, उन्हें मासिक वेतन मिलता है। इस वेतन की मदद से लोग अपने घर चलाते है।

रोजगार के विभिन्न मौके / क्षेत्र

आज कल कई विद्यार्थी कॉलेज में पढ़ने के साथ पार्ट टाइम जॉब करते है। यह इसलिए ताकि वह अपने आगे की पढ़ाई का खर्चा खुद उठा सके। कुछ लोग अपने खुद का व्यापार करते है। इस प्रकार का व्यापार कई लोगो को रोजगार करने के मौके देते है।

आज कल महंगाई के इस समय में परिवार का लगभग हर सदस्य रोजगार करने के अवसर ढूँढ़ता है। आजकल लोग ऑनलाइन के माध्यम से भी घर पर बैठकर फ्रीलांसिंग, मार्केटिंग इत्यादि क्षेत्र में कार्य कर रहे है। इससे लोगो को घरो पर बैठकर भी काम करने का मौका मिल रहा है।

महिलाएं भी आजकल घरो में काम करने के साथ, पुरुषो की तरह बाहर जाकर काम कर रही है। पुरुष और महिलाएं दोनों ही रोजगार कर रहे है, ताकि एक अच्छा जीवन जी सके। लोग रोजगार अपने ज़रूरतों को पूरा करने के लिए करते है।

शिक्षित होना है ज़रूरी

जीवन में शिक्षा का अहम महत्व है। शिक्षा के बैगर ज़िन्दगी बेजान और मुश्किलों भरी होती है। सभी व्यक्ति को शिक्षित होना चाहिए। शिक्षा ना केवल इंसान के व्यक्तित्व पर प्रभाव डालती है, बल्कि उसे जीवन यापन के लिए रोजगार उपलब्ध करवाती है।

शिक्षा का तात्पर्य है, मनुष्य की सोच और विचारो को विकसित करना, सही -गलत और अच्छे बुरे में फर्क करना। आजकल के जमाने में शिक्षा को रोजगार से जोड़कर देखा जाता है।  जो जितना अधिक शिक्षित और अनुभवी है, कंपनी उस व्यक्ति का चयन करती है।

उस व्यक्ति को कंपनी रोजगार देती है। शिक्षा से मनुष्य अपने अंदर छिपी क्षमताओं को विकसित कर सकता है। चाहे धनवान हो या गरीब, शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार सभी को मिलना चाहिए।

रोजगार के लिए शिक्षा है आवश्यक

शिक्षा रोजगार के अवसर खोल देती है। अगर व्यक्ति सुशिक्षित और निर्दिष्ट क्षेत्र में प्रशिक्षित है तो उसे अच्छी नौकरी मिलती है। अगर आपने मन लगाकर पढ़ाई की है तो आप अपने मन पसंदीदा क्षेत्र में नौकरी कर सकते है।

अगर कोई व्यक्ति गरीबी और पारिवारिक समस्यायों के चलते शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाया है। तब ऐसे व्यक्ति को किसी तरह के कौशल संबंधित कार्यो में निपुण होना चाहिए। अगर कोई भी व्यक्ति भली भाँती शिक्षित है, तो रोजगार के दरवाज़े अपने आप खुल जाते है।

गरीब और असहाय लोगो को शिक्षा जैसा अमूल्य साधन नहीं मिल पाता है, इसलिए अच्छा रोजगार करना उनके लिए एक सपना बन कर रह जाता है। देश में गरीबी, अशिक्षा जैसी समस्याएं अब भी बनी हुयी है। इसलिए अशिक्षा के कारण बहुत सारे लोगो को अच्छा काम नहीं मिल पाता है।

सरकार द्वारा जारी की गयी रोजगार योजनाएं

कोई भी इंसान रोजगार करना चाहता है, तो उसका पढ़ा लिखा होना अत्यंत आयश्यक है। सरकार ने गरीबो और गरीबी रेखा से नीचे जीने वाले लोगो को ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत सहायता पहुंचाने की एक अच्छी कोशिश की है।

इसका एक ही मकसद है की गरीब लोगो को रोजगार दिया जाए। इस योजना के मुताबिक गरीबी रेखा से नीचे गुजारा करने वाले परिवार में कोई भी एक सदस्य को पच्चास से सौ दिन रोजगार अवश्य दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री रोजगार योजना को आरम्भ किया गया। प्रधानमंत्री रोजगार योजना के मुताबिक ज़रूरत मंद लोगो को कम दर पर ब्याज प्रदान किया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि लोग इन पैसो से अपना छोटा व्यापार शुरू कर सके।

सरकार ने मेक इन इंडिया जैसे कई योजनाएं आरम्भ की है। ऐसी योजनाओ के तहत रोजगारो के अवसरों में वृद्धि हुयी है। विदेशी कंपनियों ने भी अब भारत के कंपनियों में निवेश करना आरम्भ किया है।

जिससे लोगो को रोजगार के मौके मिल सके। महात्मा ग्रामीण रोजगार अधिनियम 2005, देश के ज़रूरत मंद लोगो को वर्ष में सौ दिन शारीरिक मेहनत यानी मज़दूरी इत्यादि कार्य देने का आश्वासन देता है।

लघु और कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन देने की ज़रूरत

देश को लघु और हस्तशिल्प संबंधित कार्यो को अधिक प्रोत्साहन देना चाहिए। इससे देश में रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। देश की सरकार अगर लघु और कुटीर उद्योगों में ज़्यादा निवेश करेंगे और प्रोत्साहित करेंगे तो निश्चित तौर पर रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।

जनसंख्या वृद्धि है सबसे बड़ी समस्या

जिस प्रकार से देश की आबादी में वृद्धि हो रही है। नौकरी के अवसर देश में कम हो रहे है। हमे खुद इस के बारें में सतर्क रहना चाहिए। जितने लोग होंगे उतना ही हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा का माहौल रहेगा।

जिसकी वजह से कुछ लोगो को नौकरी मिलेगी और कुछ लोगो को निराश होना पड़ेगा। रोजगार के अवसर में बढ़ोतरी के लिए देश की जनसंख्या पर नियंत्रण पाना ज़रूरी हो गया है।

रोजगार के लिए प्रशिक्षण है ज़रूरी

अब देश की सरकारों ने लोगो को कई कार्यो के लिए प्रशिक्षण देना शुरू किया है। ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि लोगो को भली भाँती प्रशिक्षित कर सके। इस प्रकार लोग अपने कार्य में निपुण बन सकते है। इससे वह आसानी से रोजगार कर सकते है।

कोई भी कार्य छोटा बड़ा नहीं होता है

लोग अपनी योग्यता के अनुसार नौकरी करते है। कोई किसान है, तो कोई दुकानदार, कोई डॉक्टर तो कोई इंजीनियर इत्यादि है। सब अपने क्षेत्र में मेहनत कर रहे है और आजीविका  कमा रहे है। लोग रोज़ी रोटी कमाने के लिए भरपूर मेहनत करते है।

रोजगार के लिए अर्थव्यवस्था का विकास  होना है ज़रूरी

आने वाले वर्षो में देश की श्रम शक्ति में तीस प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है। भारत की ज़्यादातर जनसंख्या कम उम्र वाली है। अगर देश की जनसंख्या अधिक है, तो सरकार को इसका लाभ उठाना चाहिए।

सरकार को सभी देशवासियों को शिक्षा, कौशल क्षेत्र में विकास करना चाहिए। सभी का स्वास्थ्य अच्छा हो, कोई भी व्यक्ति भूखा पेट ना सोये इत्यादि की जिम्मेदारी सरकार को निभानी चाहिए। अगर ऐसा देश कर पाया तो अर्थव्यवस्था में प्रगति होगी और देश के युवाओ को रोजगार अवश्य मिलेगा।

सरकार ने युवा वर्ग को प्रशिक्षित करने के लिए कई सकारात्मक योजनाएं भी चलायी है और सफल हुए है। शोधकर्ताओं के अनुसार आईटीआई में आवश्यक सुधारो के पश्चात, रोजगार संबंधित प्लेसमेंट्स में बढ़ोतरी हुयी है।

ग्यारहवीं रोजगार योजना में कौशल विकास पर ज़ोर दिया गया है, यह स्कीम सफल रही। यह स्कीम उन लोगो के लिए है, जो बेहद कम उम्र से मज़दूरी का काम करते है। 12 वी योजना के तहत भी युवाओ को रोजगार देने के सुअवसर दिए जाएंगे।

कौशल विकास कार्यक्रमों से ज़रूरतमंद लोगो को काफी लाभ पहुँचता है। इन नीतियों के मुताबिक बैंकिंग, पर्यटन, बिजनेस और परिवहन क्षेत्रों में रोजगार के मौके और अधिक बढ़ाए जाएंगे।

जो युवायें गाँव से शहर आते है उन्हें कई क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है। ऐसे प्रशिक्षण को पाकर वे जल्द काम सीख जाते है। जिन छात्रों के पास आगे की शिक्षा प्राप्त करने के लिए पैसे नहीं है, उन्हें शिक्षा हेतु ऋण लेने में यह योजना मदद करती है।

जिस तरीके की मांग है उसके अनुसार कौशलों के मॉड्युलो को बनाया जाना है। इसमें स्किल कॉउंसिल भी मदद करेगी। इससे प्रशिक्षित लोगो को रोजगार दिया जाएगा।

ग्रामीण जगहों में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की कोशिश

गाँव के विकास के लिए सड़के, पानी की सप्लाई, बिजली इत्यादि विभागों में कार्य किये गए। बहुत सारे गाँव में लोगो को सुविधाएं प्राप्त हुयी। गाँव में पहले की तुलना में विकास अधिक हुआ है। इसी कारण गाँव में रोजगार के अवसर बढ़े है। अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है।

निष्कर्ष

देश में सरकार बेरोजगारी को कम करने के लिए पूरी कोशिशें कर रही है। देश की बढ़ती जनसंख्या अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रही है। अर्थव्यवस्था अगर व्यवस्थित हो, तो रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।

सबको शिक्षित होना है और अपने तरफ से अच्छे प्रयास करने होंगे। सरकार को सुनिश्चित करना होगा कि देश का हर एक इंसान शिक्षित हो।  जब सब शिक्षित होंगे तब रोजगार करेंगे और देश भी सही माईनो में आगे बढ़ेगा।


इसे भी पढ़े :-

तो यह था रोजगार पर निबंध, आशा करता हूं कि रोजगार पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Rojgar) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

Sharing is caring!