विराट कोहली पर निबंध (My Favourite Player Virat Kohli Essay In Hindi)

आज हम विराट कोहली पर निबंध (Essay On Virat Kohli In Hindi) लिखेंगे। विराट कोहली पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

विराट कोहली पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Virat Kohli In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


विराट कोहली पर निबंध (My Favourite Player Virat Kohli Essay In Hindi)


प्रस्तावना

विराट कोहली जैसे भारतीय क्रिकेटर के बारे में हमारे देश मे बच्चा – बच्चा जानता है। क्रिकेट पसंद करने वाले सभी लोग क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली की तरह बनना चाहते है। विराट कोहली भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी है।

भारतीय क्रिकेट टीम में सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धौनी के बाद, जिस खिलाड़ी ने भारतीय क्रिकेट टीम को मजबूती दी है और अपनी एक अलग ही पहचान और धाक बनाई है वो है विराट कोहली।

उन्हें भारतीय क्रिकेट का बेक बोन कहा जाता है। क्योंकि वह दायें हाथ से खेलने वाले अंतराष्ट्रीय क्रिकेटर ओर सबसे प्रतिभाशाली ओर होनहार खिलाड़ी में से एक है। वर्तमान में विराट कोहली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान होने के साथ – साथ सैकड़ो यूथ के स्टाइल आइकन भी है।

आखिर उनके खेलने का तरीका ओर स्टाइल ने ही उन्हें कई लोगो को अपनी ओर आकर्षित किया है और अपना दीवाना बनाके रखा है।

विराट कोहली का जन्म

भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली जी का जन्म 5 नबंवर 1988 को दिल्ली के एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके पिताजी श्री. प्रेम कोहली जी एक क्रिमनल वकील थे और उनकी माता जी श्रीमती सरोज कोहली जी एक गृहणी है।

जो अपने परिवार के कार्य और परिवार का देखरेख करने का काम करती है। विराट कोहली जी का एक बड़ा भाई विकास कोहली है और उनकी एक बड़ी बहन भावना जी है।

विराट कोहली की शिक्षा

विराट कोहली दिल्ली में उत्तम नगर में बड़े हुए और उन्होंने विशाल भर्ती पब्लिक स्कूल में शिक्षा ग्रहण करि। सन 1998 में पष्चिमी दिल्ली क्रिकेट अकादमी बनी और विराट कोहली केवल 9 साल की उम्र में ही उसमे शामिल हो गए।

विराट कोहली को उस अकादमी में भर्ती कराने की प्रेरणा उनके पिता जी को उनके ही पड़ोसी ने दी। जब उनके पडोसीने एक बार कहा कि आखिर कब तक विराट को इस प्रकार गली में खिलाएंगे। इससे अच्छा तो इसे किसी क्रिकेट अकादमी में क्यों नहीं भर्ती करा देते।

तब विराट कोहली के पिताजी ने उन्हें अकादमी में भर्ती कराया और विराट कोहली ने राजीव कुमार शर्मा जी से क्रिकेट पशिक्षण लिया और उसके बाद सुमित डोगरा अकादमी में मैच भी खेला।

जब विराट कोहली नाइंथ क्लास में थे तब उनके पिताजी से उन्हें सवीएर कॉन्वेंट में डाला, ताकि वो क्रिकेट प्रशिक्षण अच्छी तरह से ले सके। क्योंकि उनके पिता जानते थे की उनका पुत्र विराट क्रिकेट बहुत अच्छे से खेलता है। विराट कोहली खेल के साथ ही पढ़ाई में भी बहुत अच्छे थे। उनके स्कूल के टीचर उन्हें बहुत ही होनहार स्टूडेंट मानते थे।

विराट कोहली का क्रिकेट आरंभ

सन 2004

2004 के अंत मे उन्हें Under 17 Delhi Cricket Team का सदस्य बना दिया था और उस समय उनको Vijay Merchant Trophy के लिए खेलना था। इस चार मैचों के सीरीज में उन्होनें 450 से ज्यादा रन बनाये थे और उन्होंने एक मैच में तो 251 रन बनाये थे।

उन्होंने 7 मैचों में 757 रन बनाकर सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया था। इस टूर्नामेंट में विराट कोहली ने 84.11 की औसत से ज्यादा रन बनाए थे। जिसमें 2 शतक भी शामिल थे।

सन 2006

जुलाई 2006 में विराट कोहली को भारत की Under -19 क्रिकेट खिलाड़ियों में शामिल किया गया। उनका पहला विदेश में खेला जाने वाला मैच इंग्लैंड में था। इस इंग्लैंड टूर में उन्होंने तीन एकदिवसीय मैच में 105 रन बनाए थे।

विराट कोहली की क्रिकेट में खासियत

  • बल्केबाजी की शैली – दाहिने हाथ के बल्लेबाज
  • गेंदबाजी की शैली – दाहिने हाथ से मध्यम गेंदबाज
  • भूमिका – शीर्ष क्रम के बल्लेबाज

विराट कोहली की शारिरिक बनावट

विराट कोहली एक मॉडल या हीरो से कम नहीं दिखते। उनके जितने भी फेन्स है वे सभी उन्हें एक हीरो के नजरिये से ही देखते है। उन्होंने अपने आप को मेन्टेन्ट ही ऐसा किया है की उनकी पर्सनाल्टी एक हीरो का लुक देती है।

विराट कोहली की लम्बाई 5 फुट 9 इंच याने 175 सेंटीमीटर, 1.75 मीटर है। उनका वजन लगभग 72 कि. ग्रा. है। उनकी शारीरिक संरचना में छाती लगभग 40 इंच, कमर 30 इंच, Biceps 14 इंच है। विराट कोहली के आँखों का रंग गहरा भूरा है और साथ ही उनके बालो का रंग काला है।

विराट कोहली के कैरियर की शुरुआत

विराट कोहली सुर्खियों में तब आये जब वो अपने पिता की मृतु के दिन कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्राफी मैच में दिल्ली के लिए खेल रहे थे। कोहली मलेशिया में आयोजित 2008 U/19 क्रिकेट विश्व कप में विजयी भारतीय टीम के कप्तान थे।

नम्बर 4 पर बल्केबाजी करते हुए उन्होंने 47 की औसत से 6 मैचों में 235 रन बनाए थे, जिसमें वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक भी शामिल है। टूर्नामेंट के दौरान कई साहसिक गेंदबाजी परिवर्तन करने के लिए उनकी सराहना की गई थी।

आखिर उनकी समजबुझ हमेशा से ही अच्छा परिणाम पेश करती है। विराट कोहली अपने प्रत्येक मैच को गम्भीरता से ही लिया करते है, चाहे वो कोई भी मैच हो। कोहली जी ने आस्ट्रेलिया में 2009 इमर्जिंग प्लेयर्स टूर्नामेंट में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मे कोहली ने शतक बनाया था और भारत 17 रन से जीता था। विराट कोहली को शुरुआत से उन्हें आज तक अधिकतर जीत का ही मुंह दिखाया है।

2014 में विराट कोहली की Test Team की कप्तानी

विराट कोहली ने वन डे मैच में सबसे तेज 5000 रन बनाने का रिकार्ड बनाया था। विराट कोहली ऐसे एक योग्य ओर समझदार बल्लेबाज है, जिन्होंने 4 साल में 1000 से भी ज्यादा रन बनाये थे।

2015 में 20-20 मैचों में वह 1000 रन बनाकर दुनिया के सबसे तेज बैट्समैन बन गए। विराट कोहली ने इतने कम समय मे ही कई पुरस्कार प्राप्त किये। उसमे से 2012 में उन्हें ICC ODI प्लेयर ऑफ द ईयर चुना गया था।

विराट कोहली का क्रिकेट में योगदान और उपलब्धिया

विराट कोहली ने सबसे पहले भारत को बतौर कप्तान अंडर-19 में विश्व कप दिलवाया। विराट कोहली आईसीसी वनडे में प्लेयर ऑफ द ईयर बने। 2013 में विराट कोहली को अर्जुन अवार्ड मिला। 2013 में विराट कोहली ने कोहली फाउंडेशन संस्था की स्थापना करि, जिसका उद्देश्य जरूरतमंद लोगों की मद्त करना है।

2017 में विराट कोहली को 17 कम्पनियों के लिए ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया, इसमें ऑडी, टीस्सोट, उबर, पेप्सी जैसे ब्रांड शामिल है। विराट कोहली के नाम वनडे क्रिकेट में भारत के लिए सबसे तेज 1000, 8000, 9000 ओर 10000 रन बनाने का रिकार्ड बनाया।

विराट कोहली ने बतौर लगातार 9 टेस्ट सीरीज जीतकर आस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग के रिकॉर्ड की बराबरी की है। विराट कोहली के नाम भारत की ओर से सबसे तेज शतक आस्ट्रेलिया के विरुद्ध 52 गेंद में लगाने का रिकार्ड दर्ज है।

विराट कोहली 2010 से लेकर 2016 तक भारत की तरफ से हर साल वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले प्लेयर है। विराट कोहली अकेले एक ऐसे बल्लेबाज है, जिन्होंने टेस्ट, वनडे ओर टी 20 में औसत 50 से ऊपर रन बनाए है। विराट कोहली को भारत का सर्वोच्च सम्मान, राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

विराट कोहली की एक साक्षात्कार में कही बात

विराट कोहली ने अपने एक इंटरव्यू में बताया, कि युवा दिनों में ही उनके पिता की मृतु के बाद उनका पारिवारिक व्यवसाय ठीक नहीं चल रहा था। जिसकी बजह से उन्हें किराए के मकान में भी रहना पड़ा था। जब उनके पिता जी की मृतु हुई, उस दिन भी वह कर्नाटक रणजी ट्राफी खेल रहे थे और पूरा मैच खत्म होने के बाद ही वो अपने घर दिल्ली गए थे।

उपसंहार

विराट कोहली जैसे महान हस्तियां ऐसे ही जन्म नहीं लेती ओर ऐसे महान भी नहीं बनती। इसके लिए कड़ा संकल्प, मेहनत, लगन ओर अपने लक्ष्य को पाने का जुनून भी जरूरी है। विराट कोहली ने अपने 12 साल के लंबे कैरियर में कई महानतम क्रिकेटरो को पीछे छोड़ दिया है।

विराट कोहली इस समय दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजो में गिने जाते है। विराट कोहली ने अपने क्रिकेट केरियर में अपनी काबलियत ना केवल दिखाई है, बल्कि इसकी छाप सभी के मन मे छोड़ी है।

इस बात को हम भारतीय कतई नकार नहीँ सकते की आखिर विराट कोहली है ही ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी, जिनके खेल को देखना प्रत्येक भारतीय तो चाहता ही है। पर पूरे देश मे भी इनको पसंद किया जाता है।

हमारे देश का प्रत्येक क्रिकेट पसंद करने वाला बच्चा ओर उनके माता पिता अपने बच्चे को विराट कोहली की तरह बनाना चाहते है। विराट कोहली ने तीन साल की उम्र में ही बैट को अपने हाथ मे ले लिया था। तब किसी ने सोचा भी नहीं होंगा की ये छोटा सा बच्चा हमारे देश का इतना नाम रोशन करेंगा।


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तो यह था विराट कोहली पर निबंध (Virat Kohli Essay In Hindi), आशा करता हूं कि विराट कोहली पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Virat Kohli ) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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