यदि मैं वैज्ञानिक होता तो पर निबंध (If I Were A Scientist Essay In Hindi)

आज हम यदि मैं वैज्ञानिक होता तो पर निबंध (Essay On If I Were A Scientist In Hindi) लिखेंगे। यदि मैं वैज्ञानिक होता पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

यदि मैं वैज्ञानिक होता विषय पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On If I Was A Scientist In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


यदि मैं वैज्ञानिक होता पर निबंध (If I Were A Scientist Essay In Hindi)


प्रस्तावना

आज के समय में कोई भी काम करना आसान नहीं होता। यहाँ पर कई सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और रोज नए नए खतरे उठाने पड़ते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हमें समझ नहीं आता कि जो काम हम कर रहे हैं, वह हमारे लिए बना है या नहीं?

इस वजह से जीवन में हमेशा कोई ना कोई उथल-पुथल मची रहती है। ऐसे में मेरे मन में भी कई प्रकार के विचार आते हैं। इन विचारों को शब्दों में बयां करना बड़ा ही मुश्किल जान पड़ता है। लेकिन दिल में एक तमन्ना है कि मैं एक सफल वैज्ञानिक बनु।

अपनी रुचि पर ध्यान दें

कई बार हम कई सारी ऐसी चीजें करते हैं, जो हमें कोई दूसरा करने के लिए कहता है और हमें ऐसा लगता है कि दूसरों के द्वारा कही गई बातें हमारे लिए सही होंगी। ऐसे में हमें हमेशा खुद की रूचि के बारे में सोचना चाहिए। ऐसी बातें या चीजें करनी चाहिए जो हमें अच्छी लगती है, ना कि दूसरों को।

जीवन में अगर कोई भी उतार-चढ़ाव आता है, तो हमें किसी भी प्रकार का दुःख नहीं होना चाहिए कि आखिर हमने ऐसा किया ही क्यों? ऐसे में अगर निर्णय हमारा हो, तो सोने पर सुहागा होगा। जीवन में आ रही कई अड़चनों को हम किसी के ऊपर नहीं डाल सकते और यह तभी संभव है, जब हम अपनी रुचि के हिसाब से काम करेंगे।

मैं एक अच्छा वैज्ञानिक बनना चाहता हूं और इसीलिए मैंने बचपन से ही इस तरफ ध्यान देना शुरू कर दिया और विज्ञान पर अच्छा ज्ञान भी हासिल किया है।

वैज्ञानिक बनने की ओर मेरा कदम

स्कूल जाते ही मेरे मन में यह विचार आने लगा कि मुझे वैज्ञानिक बनना है। मैंने इस बारे में अपने घर में बात की। शुरु शुरु में तो मेरी बात को हवा में उड़ा दि गयी। जैसे-जैसे मेरी उम्र बढ़ती चली गई, तो घर के लोगों को भी भरोसा होता गया कि मैंने कोई मजाक नहीं किया बल्कि जीवन के प्रति अपने नजरिए को लोगों के सामने बयां किया है।

वैज्ञानिक बनने की होड़ में सबसे पहला साथी मेरा परिवार बना। जिसने हमेशा मेरा साथ दिया। मैंने कई सारे वैज्ञानिकों के बारे में जानना शुरू किया और साथ ही साथ उनके बारे में लिखी गई किताबों का अध्ययन किया। इन सब में मेरी मदद इंटरनेट ने की।

मैंने जब विज्ञान की किताब उठाई और उसमें बने हुए टेलीस्कोप को देखा, तो मेरे मन में ख्याल आया कि आखिर इसका निर्माण कैसे हुआ होगा? तभी से मेरे अंदर एक अभूतपूर्व वैज्ञानिक ने जन्म लिया था। जिसने जाने अनजाने ही कई सारी चीजों का पता लगाना शुरू कर दिया और यहीं से मेरे वैज्ञानिक बनने के ओर मेरा पहला कदम माना गया।

यदि मैं वैज्ञानिक होता तो

वैज्ञानिक एक ऐसा इंसान होता है, जो अपनी सोच को अपने काम में पिरो कर रख देता है। बेशक इस काम में मेहनत बहुत है, लेकिन यदि मैं वैज्ञानिक होता तो अपनी जीत और मेहनत से कुछ ऐसी चीजों का निर्माण करता, जिनके माध्यम से लोगों को अपना काम निपटाने में और भी आसानी होती।

यदि मैं वैज्ञानिक होता तो मैं एक ऐसी मशीन बनाता, जिसमें बैठकर इंसान सही गलत का फैसला कर पाता। जहां पर भी किसी को अपने फैसलों को लेकर असमंजस होता, तो यह मशीन उसे सही तरीके से फैसला लेने के लिए मदद करती।

यदि मैं वैज्ञानिक होता तो मैं ऐसी मशीन बनाता, जिससे इंसान के आंसू बहने रुक जाते। क्योंकि आज के समय में आंसू की कोई कीमत नहीं है, सिर्फ हम ही अपने आंसुओं की कीमत जानते हैं। सामने वाला तो बस मजाक बना देता है।

यदि मैं वैज्ञानिक होता तो मैं किसानो के लिए ऐसे यंत्रो का अविष्कार करता की जिनका उपयोग करके उन्हें खेती में बहुत सी परेशानियों से निजात मिल जाती। यदि मैं वैज्ञानिक होता तो देश के सिपाहियों के लिए ऐसे हथियार बनाता, जिससे वे देश को हमेशा दुश्मनों से सुरक्षित रखते और दुश्मनों के छक्के छुड़ा पाते।

यदि मैं वैज्ञानिक होता तो देश के आने वाली पीढ़ी के लिए ज्ञान के भंडार को संजोकर रखता, जो मैंने सीखा और जाना है। जिससे की वे भी आगे नयी बातो को सीखते और नए अविष्कार करते।

मेरी कल्पनाएं

जिस दिन से हम इस पृथ्वी पर जन्म लेते हैं, उस दिन से ही हमारे मन में कई प्रकार की कल्पनाओ का समावेश हो जाता है। जिसके माध्यम से हम अपने अंदर के वैज्ञानिक को बाहर ला पाते हैं। अगर मैं वैज्ञानिक होता तो मेरे अंदर भी कई सारी कल्पनाओं का जन्म होता।

वैज्ञानिक बनना एक बहुत बड़ी बात है, जहां पर अपने अंदर की प्रतिभा को लोगों के सामने लाना और साबित करना मुश्किलों भरा काम जान पड़ता है। ऐसे में सच्ची मेहनत और कल्पनाशीलता के माध्यम से हम अपने वैज्ञानिक बनने के सपने को पूरा कर सकते हैं।

वैज्ञानिक बने मेरे आदर्श

मेरे वैज्ञानिक बनने के पीछे कई सारे ऐसे आदर्श नजर आते हैं, जिनके काम से मैं प्रभावित हुआ। प्राचीन काल की बात की जाए तो आज हमारे पास कई ऐसे मशीनें हैं, जिनके बारे में हम कभी सोच भी नहीं सकते थे।

इनमें से मुख्य मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर, वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर, टेलीविजन, माइक्रोवेव, कूलर, एसी जैसी मशीन है। जिनके बिना आज जीवन की कल्पना करना मुश्किल होता है। ऐसे में हर वह वैज्ञानिक मेरा आदर्श है, जिसने जीवन के पहलुओं को सही तरीके से आगे बढ़ाने में हम सभी की भरपूर मदद की है और निष्ठा के साथ काम किया है।

उपसंहार

इस प्रकार से आज मैंने अपने दिल की अभिव्यक्ति को आपके सामने प्रस्तुत किया है। जिसमें मैंने बताया कि मेरे वैज्ञानिक बनने का आखिर आधार क्या है? मेरे हिसाब से जिन चीजों के बारे में आप दिल और दिमाग दोनों से सोचते हैं, उनके लिए काम करने में कोई बुराई नहीं है।

मैं वैज्ञानिक जीवन से परिचित होना चाहता हूं और अपने भावी पीढ़ी को कुछ नया देना चाहता हूं। उम्मीद करता हूं की मैं देश हित में काम आ सकूंगा और खुद को साबित करने के लिए पीछे मुड़कर नहीं देखूंगा।

वैज्ञानिक हमारे देश का आधार है और उस आधार का हिस्सा बनने में मुझे गर्व महसूस होगा। ऐसी उम्मीद है कि मेरी तरह आप भी अपने सपनों को उड़ान दे सकेंगे।


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तो यह था, अगर मैं वैज्ञानिक होता तो पर निबंध, आशा करता हूं कि यदि मैं वैज्ञानिक होता पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On If I Am A Scientist) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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