सोशल मीडिया पर निबंध (Social Media Essay In Hindi)

आज हम सोशल मीडिया पर निबंध (Essay On Social Media In Hindi) लिखेंगे। सोशल मीडिया पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

सोशल मीडिया साइट्स पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Social Media Sites In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कई विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


सोशल मीडिया/नेटवर्क पर निबंध (Social Media/Network Essay In Hindi)


प्रस्तावना

सोशल नेटवर्क साइट्स का बोलबाला चारो तरफ है। सोशल नेटवर्किंग साइट्स दुनिया भर के लोगों के साथ संबंध बनाने और संपर्क स्थापित करने के लिए बने है। हालांकि लोगों का मानना है कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स हानिकारक हैं, लेकिन ये बहुत फायदेमंद भी हैं।

सोशल नेटवर्किंग यानी सोशल मीडिया के बिना हम अपनी ज़िन्दगी की कल्पना तक नहीं कर सकते है। विज्ञान ने काफी उन्नति कर ली है। सोशल मीडिया हमारे जिन्दगी का अहम हिस्सा बना है। आज सभी के पास अपना मोबाइल है।

मोबाइल में सोशल नेटवर्क के कई सारे एप्प्स उपलब्ध है। जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर। दुनिया में मौजूद किसी भी व्यक्ति से कभी भी मैसेज या कॉल द्वारा संपर्क साध सकते है। यह सब सोशल मीडिया के कारण संभव हो पाया है।

सोशल मीडिया के माध्यम से लोग मित्र बना सकते है। अपने फोटो और जीवन से जुड़े अपने विचार भी सोशल मीडिया पर साझा कर सकते है। इन के लाभ और नुकसान दोनों है। हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से इस के ऊपर चर्चा करेंगे।

सोशल मीडिया के ज़रूरी लाभ

सोशल मीडिया द्वारा हम दुनिया में मौजूद किसी भी व्यक्ति से संपर्क साध सकते है। हम उनसे चैट कर सकते है और उन्हें मैसेज भेज सकते है। यहां तक की वीडियो कॉल कर सकते है।

सोशल मीडिया द्वारा लाइव खबरें सुनने को मिलती है। लोग संगीत, नृत्य और किसी भी कला से संबंधित वीडियोस सोशल मीडिया पर साझा करते है। दूसरे लोगो की सकारात्मक प्रतिक्रिया पाकर उन्हें बड़ी ख़ुशी होती है।

व्यवसायों की प्रगति

समाज के विकास में सोशल मीडिया का योगदान है। कई व्यवसायों को प्रोत्साहन सोशल मीडिया द्वारा मिली है। व्यवसायों को लोगो तक पहुंचाने में सोशल मीडिया बहुत मदद करता है। लोगो में जागरूकता फैलाने में सोशल मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।

सोशल मीडिया द्वारा लोगो को कुछ समय पहले घटी हुयी घटनाओ का पता चल जाता है। सोशल मीडिया मार्केटिंग के माध्यम से ग्राहकों तक पहुँच पाना आसान हो गया है।

नौकरी की तलाश

सोशल मीडिया के माध्यम से नौकरी तलाश करना सरल हो गया है। जिनको नौकरी चाहिए वह सोशल नेटवर्क के माध्यम से आवेदन भेज सकते है। सोशल मीडिया द्वारा हम विभिन्न लोगो से अपने ज़रूरत के अनुसार संपर्क स्थापित कर सकते है।

सोशल मीडिया एक शसक्त माध्यम

लम्बी दूरी होने के बावजूद भी सोशल मीडिया पर हम दोस्तों और रिश्तेदारों से संपर्क साध सकते है। विभिन्न सामाजिक मुद्दों से संबंधित जागरूकता फैलाने में सोशल मीडिया बहुत माहिर है। सोशल मीडिया द्वारा लोग शिक्षक प्राप्त कर सकते है।

छात्र और शिक्षक एक दूसरे के संग सोशल मीडिया द्वारा संपर्क स्थापित कर सकते है। वीडियो कॉल पर क्लास कर सकते है। विद्यार्थियों को कई तरह की जानकारी प्राप्त होती है। लिंक्डइन द्वारा लोग नौकरी प्राप्त करने के लिए अपना प्रभावशाली प्रोफाइल बनाते है। लिंक्डइन द्वारा हम कई लोगो के साथ जुड़ सकते है और नौकरी संबंधित आवेदन और चर्चा कर सकते है।

सवालों के जवाब

सोशल मीडिया द्वारा लोग कोई भी सवाल पूछ सकते है। जो लोग उन सवालो के जवाब जानते है, वे उनका जवाब देते है। किसी भी मुद्दों के ऊपर लोग अपनी स्वतंत्र राय रख सकते है।विचारो का आदान प्रदान सोशल मीडिया द्वारा किया जाता है।

फोटोज अपलोड करना

आजकल के इस आधुनिक युग में लोग फैशन, बाहर घूमने जाना, जश्न मनाना पसंद करते है। इन सभी यादो को वह संचय करना चाहते है। जिसके लिए वह फोटोज खींचते है। अपने और अपने मित्र -रिश्तेदारों के साथ  फोटो खींचते है। सेल्फी और ग्रूपफी का ज़माना है। इन फोटोज को वे फेसबुक और इंस्टाग्राम इत्यादि सोशल मीडिया साइट्स पर डाल देते है।

वीडियोस साझा करना

आज कल के युवा मनोरंजक वीडियोस बनाते है। जिनके वीडियोस अच्छे होते है, लोग उन्हें पसंद करने लगते है। देखते ही देखते वीडियो वायरल हो जाता है। आये दिन लोग वीडियो बनाना और उसे सोशल नेटवर्किंग साइट पर साझा करना नहीं भूलते है। आजकल लॉकडाउन की इस परिस्थिति में सारी परीक्षाएं ऑनलाइन हो रही है।

व्यापार को फायदा

सोशल नेटवर्किंग साइट्स से व्यापार जगत को काफी फायदा होता है। कंपनियां अपने ग्राहकों और बिज़नेस पार्टनरों के साथ बेहतर ढंग से जुड़ने के लिए सोशल नेटवर्किंग का उपयोग कर सकते हैं। नौकरी की तलाश में लोग इन साइटों का उपयोग करते हैं। इससे उन्हें बेहतर नौकरी तलाशने का और अपने व्यापार को ग्राहकों तक पोहचाने का अच्छा मौका मिलता है।

लाइव वीडियो चैट

सोशल मीडिया द्वारा शिक्षक छात्रों को घर बैठे सीखा सकते है। सोशल मीडिया में ऐसे कई एप्लीकेशन है, जिसके मदद से अध्यापक अपने विद्यार्थियों को पढ़ा सकते है। शिक्षक ऑनलाइन अपने विद्यार्थियों को शिक्षण सामग्री प्रदान करते है। सोशल मीडिया पर कक्षाएं अनुशासित होती है। यहां बहुत सारे लोग मौजूद रहते है।

सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव

बहुत सारे छात्र जब परीक्षा की तैयारी अच्छे से नहीं करते है। तब सोशल मीडिया द्वारा नकल करने की कोशिश करते है। सोशल मीडिया में अपनी निजी ज़िन्दगी के बारे में सब कुछ बताने से निजता खत्म हो जाती है।

यहां किसी भी व्यक्ति के पहचान की चोरी हो सकती है। फिशिंग और हैकिंग जैसे अपराध बढ़ते जा रहे है। सोशल मीडिया में नकारात्मक प्रतिक्रिया पाकर बहुत सारे लोग निराश हो जाते है। यह सही नहीं है।

सोशल मीडिया को अपने जीवन पर इतना हावी नहीं होने देना चाहिए। सोशल मीडिया का उपयोग सही दिशा में करने की ज़रूरत है। सोशल मीडिया के एक क्लिक से जिंदगी बन या बिगड़ सकती है। लोगो को इसका उपयोग सोच समझकर करना चाहिए।

सोशल मीडिया का युवा वर्ग पर प्रभाव

सोशल मीडिया से ऑनलाइन जानकारी प्राप्त होती है। ज़्यादातर युवा वर्ग सोशल मीडिया पर सक्रीय रहते है। उनका मानना है कि डिजिटल युग में सक्रीय रहना ज़रूरी होता है। युवाओं में सोशल मीडिया का क्रेज अक्सर देखा गया है। वह अपने अंदर छिपे प्रतिभाओ के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल देते है।

देखते ही देखते वह लोकप्रिय बन जाते है। कई नौजवान और युवती लगभग ७२ घंटे लगातार सोशल मीडिया पर सक्रीय रह सकते है, जिसके कारण गंभीर समस्याएं हो सकती है।  इतना अधिक सोशल मीडिया पर हमेशा उपस्थित रहना चिंता और अवसाद का कारण बन सकता है।

युवा वर्ग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अन्य लोगो के ध्यान को केंद्रित करने के लिए वीडियोस बनाते है। ऐसा करने पर उनके फोल्लोवेर्स में वृद्धि होती है। सोशल मीडिया पर वह लोकप्रिय बन जाते है। वास्तविक जीवन में लोगो के इतने मित्र नहीं होते, जितने सोशल मीडिया पर बन जाते है। वह सोशल मीडिया को अपनी दुनिया बना लेते है।

परिवार के साथ कम समय

लोगो को सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम की इतनी ज़्यादा आदत हो जाती है कि वह अपनों से कटने लगते है। परिवार के लिए उन्हें ज़्यादा वक़्त नहीं मिलता है। स्मार्ट फ़ोन से हमेशा चिपके रहते है।

मोबाइल के साथ अतिरिक्त समय बिताने की वजह से हम अपने परिवार को वक़्त नहीं दे पाते है। अत्यधिक सोशल मीडिया पर एक्टिव यानी सक्रीय रहने के कारण यह हमारे नींद को भी प्रभावित कर सकता है।

हैकिंग से संबंधित परेशानियां

सोशल मीडिया के अगर लाभ है तो कुछ नुकसान भी है। कई बार हमारे प्रोफाइल और हमारे निजी डेटा चोरी हो जाते है। यह सुरक्षा संबंधित समस्याओं को जन्म देता है। आये दिन हैकर्स द्वारा बैंक विवरण इत्यादि निजी जानकारी हैक की जाती है। इसकी वजह से कई व्यक्तियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। साइबर बुलिंग भी गंभीर समस्याओं में से एक है जो सोशल मीडिया द्वारा उत्पन्न हुआ है।

सेहत पर बुरा प्रभाव

सोशल मीडिया के लगातार इस्तेमाल से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसके अतिरिक्त इस्तेमाल से आँखों में जलन, दृष्टि संबंधित परेशानियां हो सकती है। इससे तनाव और डिप्रेशन जैसी बीमारियां भी हो सकती है।

व्हाट्सप्प का उपयोग

व्हाट्सप्प का उपयोग कई सालो से किया जा रहा है। इस पर लोग काफी निर्भर है। इस एप्प का उपयोग लोग अन्य लोगो को मैसेज और कॉल करने के लिए करते है। इसके द्वारा हम   संदेश, चित्र, वीडियो, ऑडियो, दस्तावेज़ और बहुत कुछ साझा कर सकते है।

युवा और बच्चो का पढ़ाई में ध्यान कम लगना

सोशल मीडिया पर युवायें ज़्यादा सक्रिय रहते है। इसलिए उनका पढ़ाई में ध्यान कम लगने लगता है। वह कुछ समय बाद फ़ोन पर नोटिफिकेशन चेक करने लगते है। इससे उनकी एकाग्रता कम होने लगती है।

बच्चो में भी सोशल मीडिया की लत देखी जा सकती है। अभिभावकों को भी खुद पर नियंत्रण रखना होगा। यदि वह सोशल मीडिया पर ज़्यादा व्यस्त हुए तो बच्चे भी उन्ही से सीखेंगे।

सोशल मीडिया वरदान या अभिशाप

सोशल नेटवर्किंग साइट्स एक अभिशाप और वरदान दोनों हैं। यह हम पर निर्भर करता है कि हम इसका उपयोग कैसे करते हैं। किसी भी वस्तु का इस्तेमाल ज़्यादा करने से हानि होती है। सोशल नेटवर्किंग साइट्स भी कुछ ऐसी ही हैं। उन्हें अपने लाभ के लिए उपयोग करने और अपने आप पर हमे नियंत्रण रखने की ज़रूरत है, ताकि यह हमारे जीवन को नियंत्रित ना कर सके।

निष्कर्ष

सोशल मीडिया का उपयोग अगर संतुलित और सही तरीके से किया जाए तो यह वरदान साबित होगा। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले लोगो को इसके लाभ और हानि दोनों के विषय में जान लेना चाहिए। ऐसा इसलिए क्यों कि इससे उनके जीवन में नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। सोशल मीडिया का नियंत्रित उपयोग व्यक्ति के जीवन को सुखमय बना सकता है।


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तो यह था सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर निबंध (Social Networking Sites Essay In Hindi), आशा करता हूं कि सोशल मीडिया पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Social Media) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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