देश प्रेम पर निबंध (Desh Prem Essay In Hindi)

आज हम देश प्रेम पर निबंध (Essay On Desh Prem In Hindi) लिखेंगे। देश प्रेम पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

देश प्रेम पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Desh Prem In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कई विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


देश प्रेम पर निबंध (Desh Prem Essay In Hindi)


प्रस्तावना

हम सभी के अंदर कई प्रकार की भावनाएं होती हैं। जिनका सीधा संबंध हमारे अंदर चल रही गतिविधियों से होता है। इन भावनाओं के अंतर्गत प्रेम, समर्पण, इमानदारी, धोखा जैसी बातें भी शामिल होती हैं।

कभी-कभी हमारी भावनाओं पर ही खुद का नियंत्रण नहीं होता और हम सही बात को समझ नहीं पाते। ऐसे में एक ऐसी भावना भी होती है, जो हम सभी के अंदर विद्यमान होती है और जिसका हम समय-समय पर अनुसरण करते रहते हैं। यह भावना है देश प्रेम की भावना।

क्या है देश प्रेम

देश प्रेम एक ऐसी भावना होती है, जो हमारे अंदर हमारे देश के प्रति प्रेम और स्नेह को व्यक्त करती है। देश प्रेम की भावना उस समय हमें दिखाई देती है, जब हमारे देश के लिए कोई अच्छी बात कही गई हो, या देश पर कोई संकट आ गया हो।

ऐसे समय में हमारे दिल से आवाज निकलती है कि यह देश हमारा है और हम इस देश के वासी हैं। जब भी हमारे देश के ऊपर कोई संकट आता है, तो सभी देशवासी एकजुट होकर देश के लिए कार्य करने लगते हैं और यही देश प्रेम हर देशवासी के अंदर दिखाई देता है। जो अपने देश के प्रति हमारे जज्बे को दिखाता है।

महापुरुषों ने दिखाई थी देश प्रेम की सच्ची राह

जब हमारा देश अंग्रेजों का गुलाम था, उसी समय से ही देशवासियों के अंदर अपने देश के प्रति प्रेम और समर्पण की भावना विद्यमान थी। ऐसे समय में महापुरुषों ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए, लोगों में देश प्रेम की भावना को जगाया और उन्हें अपने देश के प्रति जागरूक बनाया।

इन महापुरुषों में मुख्य रूप से महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस जैसे महान नेताओं और महापुरुषों का नाम सबसे पहले लिया जाता है। इन्होंने हमेशा अपने दिल में देश प्रेम की भावना को जगाए रखा और लोगों में भी इस संदेश को फैलाया की यह देश हमारा है और हम इस देश के असली नागरिक हैं।

इसी भावना को लोगों ने अपने दिल में जगाए रखा और जिसके बलबूते ही अंग्रेजों को भारत छोड़कर जाना पड़ा।

देश प्रेम के लिए आवश्यक तत्व

अगर आप खुद को सच्चा देश प्रेमी कहते हैं, तो इसके लिए आपके अंदर कुछ तत्वों का होना आवश्यक है। जिसके बाद ही आप देश प्रेमी कहला सकते हैं। जो की कुछ इस प्रकार है।

  • देश के प्रति प्रेम
  • लगाव
  • समर्पण
  • सच्ची श्रद्धा
  • ईमानदारी

 देश प्रेम की भावना है जरूरी

हर भारतीय के दिल में अपने देश भारत के लिए सच्ची श्रद्धा और लगाव होना बहुत जरूरी है। साथ ही साथ हर दिल में देश प्रेम की भावना बहुत जरूरी है। ऐसा इसलिए कहा जाता है। क्योंकि जिस देश में हम रहते हैं, उस देश के प्रति वफादारी होना बहुत जरूरी है।

इस देशभक्ति की भावना के बलबूते ही हम अपने देश को ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं और पूरी दुनिया के सामने एक अच्छा उदाहरण भी पेश कर सकते हैं। देश प्रेम की भावना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि इससे हमारे खुद के व्यक्तित्व का विकास होता है और हम परिवार में भी लोगों को जागरुक करने का कार्य आसानी से कर सकते हैं।

खिलाड़ियों में भी होती है देश प्रेम की भावना

आपने गौर किया होगा कि कोई भी खेल होता है, चाहे वह क्रिकेट हो, बैडमिंटन, हॉकी या कोई अन्य खेल क्यों ना हो। ऐसे समय में खिलाड़ियों के अंदर एक अनोखी देशभक्ति की भावना देखी जा सकती है। जिसमें सभी खिलाड़ी एकजुट होकर अपने देश को आगे बढ़ाने की बात करते हैं और साथ ही साथ उसे साबित भी करते हैं।

ऐसे समय में देश प्रेम की भावना और जोर पकड़ती है और खिलाड़ी हारते हुए भी जीत तक पहुंच जाते है। देश के लोगों का प्यार भी खिलाड़ियों को भरपूर मिलता है, जिससे कि उन्हें एक नया संबल मिलता है और आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा भी मिलती है।

विद्यार्थी के अंदर देश प्रेम की भावना है जरूरी

देश के भावी भविष्य हमारे विद्यार्थियों के अंदर इस भावना का होना जरूरी माना गया है। जिसकी बदौलत ही देश भविष्य में आगे बढ़ पाएंगा और अपनी मंजिल तक आसानी से पहुंच सकगा। ऐसे में विद्यार्थियों के माता-पिता और शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, कि वे आगे बढ़ कर बच्चों को देश के प्रति जागरूक करें और उन्हें एक अच्छा नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते रहें।

विद्यार्थियों के अच्छे नागरिक बनने से देश का विकास तो संभव ही है, साथ ही साथ उनके अंदर एक नया जोश उत्पन्न होता है। वह कुछ कर गुजरने के लिए बाध्य हो जाते हैं। ऐसे में हमारा देश निरंतर प्रगति करेगा और हम आगे बढ़ते चले जाएंगे।

देश प्रेम की भावना ना होने के नुकसान

अगर आपके अंदर देश प्रेम की सच्ची भावना नहीं है, तो इससे भी आपके कुछ नुकसान हो सकते हैं। जैसे –

  • इससे व्यक्तित्व का सही विकास संभव नहीं हो पाएगा।
  • अपनी मंजिल तक का रास्ता बंद या मिलना मुश्किल हो जाएगा।
  • खुद के अंदर बदलाव महसूस नहीं हो पाएगा और ना ही किसी प्रकार का बदलाव कर पाएंगे।
  • कई प्रकार की विसंगतियां उत्पन्न हो जाएंगी।

देश प्रेम की भावना मैं कोई जबरदस्ती नहीं

देश प्रेम की भावना होना अपने अंदर एक गर्व की बात है। लेकिन एक बात यह भी ध्यान देने वाली है कि इस भावना को आप जबरदस्ती किसी के अंदर नहीं डाल सकते। बल्कि यह  स्वयं होने वाली एक प्रक्रिया है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, वैसे वैसे इस भावना का विकास होता है। जो कि जरूरी माना गया है।

उपसंहार

इस प्रकार से देखा जाता है कि देश प्रेम की भावना होना बहुत जरूरी है। क्योंकि बिना किसी भावना से आप के अंदर किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं देखा जा सकता और ना ही उसमें कोई बदलाव किया जा सकता है।

इस बारे में हमें कई प्रकार की किताबें भी मिल जाती हैं, जिनसे हम ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं और सही दिशा की ओर बढ़ सकते हैं। ऐसे में हमेशा अपने देश के लिए अच्छे कार्य करते रहें और नित प्रगति की राह में आगे बढ़ते रहें।


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तो यह था देश प्रेम पर निबंध (Desh Prem Essay In Hindi), आशा करता हूं कि देश प्रेम पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Desh Prem) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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