मेरा प्रिय पक्षी तोता पर निबंध (My Favourite Bird Parrot Essay In Hindi)

आज हम मेरा प्रिय पक्षी तोता पर निबंध (Essay On My Favourite Bird Parrot In Hindi) लिखेंगे। तोते पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

मेरा प्रिय पक्षी तोता पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On My Favourite Bird Parrot In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कई विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


मेरा प्रिय पक्षी तोता पर निबंध (My Favourite Bird Parrot Essay In Hindi)


प्रस्तावना

हमने हमारे इर्द-गिर्द कई सारे ऐसे पक्षियों को देखा हैं, जिन्हें देखने से हमें आनंद की अनुभूति होती है। जब पक्षी हमारे आस पास आते हैं, तो हमें उन्हें छूने की इच्छा होती है। लेकिन हमारी इच्छा अधूरी ही रह जाती है, क्योंकि पक्षी हमेशा हमारे छूने से पहले ही उड़ जाते हैं।

हमारे देश में कई प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं। जिनमें से कोयल, चिड़िया, तोता, मैना, कौवा मुख्य रूप  हमारे इर्द-गिर्द नजर आ जाते हैं। इन सब पक्षियों को देखना बहुत अच्छा लगता है।

तोता मेरा प्रिय पक्षी

मुझे सारे पक्षियों में तोता बहुत अच्छा लगता है। जो सामान्य रूप से हरे रंग का होता है और जिसे हम घरों में भी पालते है। तोता कभी-कभी अपने बोलने की क्षमता हम सबके सामने दिखाता है, जिसे सुनकर हमें अच्छा लगता है।

कुछ प्रजातियों में तो तोते बिल्कुल मनुष्यों की तरह बोल पाते हैं, जो घर के सदस्यों की तरह हो जाते हैं। तोते को हमेशा पिंजरे के अंदर रखा जाता है और उसका खाना भी पिंजरे में ही दे दिया जाता है। जो की बहोत ही गलत बात है। कभी-कभी उसका पिंजरा खुली हवा में रख दिया जाता है, ताकि उसे भी ताजी हवा मिल सके।

तोते की प्रजातियां

आज तक तोते की कई सारी प्रजातियां पाई गई हैं। जिनमें से कुछ प्रजातियां भारत में भी पाई जाती हैं और कुछ प्रजातियों को विदेशों में देखा गया है। ऐसा माना जाता है कि पूरे विश्व में तोते की 160 से ज्यादा प्रजातियां हैं। जिन्हें अलग-अलग देशों में देखा गया है।

कुछ प्रजातियां ऐसी होती है, जिनके शरीर में हल्का हरा रंग होता है और पंख थोड़े पीले जैसे होते हैं। जिनके शरीर पर काला धब्बा होता है और आंख के बीच में काली धारियां पाई जाती हैं। यह प्रायः 10 से 15 इंच के होते हैं और यह नकल भी आराम से कर सकते हैं।

कुछ तोते इस प्रकार के होते हैं, जो नारंगी रंग के होते है और गर्दन थोड़ी बैगनी होती है। पैरों में भी गुलाबी रंग होता है और यह हमारे देश भारत के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं।

इसके अलावा कुछ तोते भूटान, श्रीलंका, बर्मा में पाए जाते हैं। यह थोड़े से बड़े आकार के होते हैं, जिनमें पंख का रंग लाल होता है और कहीं-कहीं पर सफेद धब्बे भी पाए जाते हैं। जिसे चंदना भी कहा जाता है।

कुछ तोते ऐसे होते हैं, जिनके सिर के ऊपर पीले और लाल रंग की धारियां होती हैं। जिसे काकातुआ नाम से पुकारा जाता है और यह संसार के गर्म देशों में पाए जाते हैं। जिन्हें देखना बहुत अच्छा लगता है।

तोते का मनपसंद भोजन

अगर आप तोते को घर में पालते हैं, तो हम हमेशा उन्हें दाल चावल देते हैं। लेकिन इसके अलावा उन्हें मिर्च और कुछ फल खाना ज्यादा पसंद होता है। जिनमे से कुछ फलो के नाम निचे दिए गए है।

केला – तोते को केला खाना बहुत पसंद होता है और अगर आप केले के छिलके को उतारकर तोते को देते हैं, तो निश्चित रूप से ही तोता पूरे केले को खा जाता है। ऐसे में अगर आप दो-तीन दिनों में केला दे, तो तोता इसे शौक से खाता है।

अंगूर – आप चाहे तो तोते को अंगूर भी खिला सकते हैं। क्योंकि अंगूर खाने से तोते को अच्छा महसूस होता है। कई बार ऐसा भी होता है कि तोता पूरे अंगूर को सही तरीके से नहीं खा पाता। ऐसे में अगर आप अंगूर के छिलकों को निकालकर तोते के बर्तन में डाल दें, तो तोता इसे आसानी से ही खा लेगा।

सेब – यदि आप चाहें तो सेव भी तोते को खिला सकते हैं। जिसके लिए आपको पहले सेब को धो लेना होगा और फिर उसे टुकड़ों में काटकर उसे देना होगा। अगर आप टुकड़ों में नहीं काटेंगे, तो तोता सही तरीके से सेब को नहीं खा पाएगा और ऐसे ही छोड़ देगा।

तोते के बारे में रोचक तथ्य

आज हम आपको तोते के बारे में कुछ रोचक तथ्य बताने वाले हैं, जो निश्चित रूप से ही आप पहले इनसे अंजान रहे होंगे।

  • तोते के पंख में प्राकृतिक रूप से एंटीबैक्टीरिया तत्व पाए जाते हैं, जो उन्हें किसी भी बीमारी से लड़ने में सहायक होते हैं।
  • ऑस्ट्रेलिया में पाए जाने वाले तोते को बहुत ही रहस्यमई माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस प्रजाति को विश्व में तीन या चार लोगों ने ही देखा है।
  • भारत में तोते को पिंजरे में पालना गैरकानूनी है, फिर भी लोग अपने शौक की वजह से तोते को पालना पसंद करते हैं।
  • कुछ प्रजाति के तोते इंसानों की तरह हूबहू नकल कर सकते हैं।
  • तोते के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह सूर्य की किरणों को आसानी से देख सकते हैं। जबकि हम मनुष्य ऐसा बिल्कुल नहीं कर पाते।
  • हर तोते का वजन और आकार अलग अलग होता है। जो 5 से 40 इंच तक हो सकते हैं और 64 ग्राम से लेकर 2 किलोग्राम तक होते हैं।
  • सबसे अधिक उम्र तक जीने वाले तोते का नाम कुकी है। जिसकी 2016 में 83 साल की उम्र में मौत हो चुकी है।
  • कुछ तोते भोजन के रूप में कीड़ों को खाना पसंद करते हैं।
  • इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि तोते को कभी भी चॉकलेट नहीं खिलाना चाहिए। क्योंकि यह उनकी जान के लिए खतरा हो सकता है।
  • ये हमेशा किसी भी छेद वाले घोसले में रहना पसंद करते हैं। जहां से वे आसानी से ही सुरंग बना सकते हैं।
  • तोते को हमेशा एक मिलनसार प्राणी के रूप में देखा जाता है, जिन्हें झुंड में रहना अच्छा लगता है।

चिड़ियाघर में देखे जा सकते हैं विभिन्न प्रजाति के तोते

अगर आप किसी भी चिड़ियाघर में जाते हैं, तो वहां पर आपको आसानी से ही कई प्रकार की प्रजातिया एक साथ नजर आ जाती हैं। जो सामान्य रूप से लाल, पीले और हरे रंग के होते हैं। बच्चे अलग अलग तोते को देख कर खुश होते हैं और उनके साथ फोटो भी लेने लगते हैं।

उपसंहार

इस प्रकार से तोता एक बहुत प्यारा प्राणी है, जिन्हें हम बहुत ही प्यार से अपने घर में रखते हैं। तोते हमारे साथ रहकर कई सारी चीजों को सीख लेते हैं। तोते के साथ रहना हमें भी बहुत अच्छा लगता है। लेकिन हमे उन्हें अपनी ख़ुशी के लिए पिंजरे में कैद करके नहीं रखना चाहिए।

जैसे हमे खुली आज़ादी में जीना पसंद है, उसी प्रकार किसी भी पक्षी को आज़ादी से रहना और खुले आकाश में उड़ना पसंद होता है। इसलिए किसी भी पक्षी को पिंजरे में रखना बहोत ही गलत बात है। हमे ऐसा नहीं करना चाहिए और तोते को भी खुले आसमान में उड़ने के लिए छोड़ देना चाहिए।


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तो यह था मेरा प्रिय पक्षी तोता पर निबंध (My Favourite Bird Parrot Essay In Hindi), आशा करता हूं कि तोते पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On My Favourite Bird Parrot) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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