यदि मैं पक्षी होता पर निबंध (If I Am A Bird Essay In Hindi)

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यदि मैं पक्षी होता पर निबंध (If I Were A Bird Essay In Hindi)


प्रस्तावना

यदि मैं पक्षी होता तो अपने पंख फैलाकर खुले आसमान में उड़ता। पक्षी सभी प्राणियों में सबसे कोमल और भोले होते है। आसमान में चहचहाते हुए पक्षियों को देखकर मन खुश हो जाता है। ऐसा लगता है बस उनके जैसे पंख फैलाकर आसमान में उड़ जाऊं।

पक्षिओं का जीवन इतना सरल नहीं होता है। हर समय एक भय सताता है कि कोई उन्हें पकड़ ना ले और उन्हें पिंजरे में बंद ना कर दे। जब पक्षी छोटा होता है तब उसकी माँ उसे दाना देती है, लेकिन उसे धीरे धीरे उड़ना उसकी माँ सीखाती है। जब वह यह सारे कार्य करने में सक्षम हो जाता है तो उसे उसका जीवन स्वयं जीना पड़ता है।

सभी सुन्दर और प्यारे पक्षियों को देखकर सभी को ऐसा लगता है की काश मैं एक पक्षी होता और मेरी कोई सीमाएं ना होती। मैं चाहता हूँ कि पक्षी बनकर आसमान में मौजूद बादलो को छू सकूँ।

यदि मैं एक पंछी होता तो मैं गगन में उड़कर बादलो के बीच खेलता, ठंडी हवा का मज़ा लेता। हमे आये दिन यातायात के साधनो का उपयोग करना पड़ता है, यदि मैं पक्षी होता तो एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से पहुँच जाता।

स्वतंत्रता का आनंद उठाता

यदि मैं पक्षी होता तो स्वतंत्र रूप से यहां से वहाँ उड़ता और झूम उठता। एक डाल से दूसरे डाल और एक पेड़ से दूसरे पेड़ तक उड़कर पहुँच जाता। जैसा कि हम सब जानते है मनुष्य को चलकर जाने में बड़ा समय लगता है। यदि मैं पक्षी होता तो कुछ ही पलो में उड़कर चला जाता। मैं कहीं भी बैठता और प्रकृति की खूबसूरती का आनंद उठाता। मैं बगीचों में वृक्षों, पौधों और फूलों के बीच खेलता।

आसमान के ऊपर उड़ने की चेष्टा करता

यदि मैं पक्षी होता तो मैं आकाश के ऊपर उड़ने की कोशिश करता, जहां वायुयान उड़ते हैं। मैं पायलट की ओर इशारा करते हुए अपने पंखो को लहराता। यदि मैं एक पक्षी होता तो मैं  बड़े आम, जामुन के पेड़ के ऊपर भी उड़ सकता। मैं अपने गाँव के पास की झील में गोता लगा सकता था और एक ठन्डे स्नान का लुफ्त उठाता।

पक्षी बनने का सपना

एक पक्षी बनने का मेरा सपना तब विकसित हुआ, जब मैंने पक्षियों को अपनी अपनी भाषा में एक दूसरे से बात करते देखा। मैं उनकी भाषा नहीं समझ पा रहा था लेकिन उनके प्यार भरी आवाज़ों को समझ रहा था।

पक्षी की मधुर आवाज़

प्रातःकाल में पक्षी की चहचहाट सभी के मन को प्रसन्न करती है। यदि मैं पक्षी होता तो पहाड़ो की चोटी पर बैठता और मधुर आवाज़ में गुनगुनाता। मेरी आवाज़ को सुनकर सब मेरी ओर खींचे चले आते। मैं अपनी मन मोहक धुनों से सभी को भाव विभोर कर देता।

पक्षी की उपमा

पक्षियों की सुंदरता का गवाह हर कोई है। यही कारण है कि उसे शास्त्रों में विभिन्न स्थानों पर सुंदरता का वर्णन करने के लिए उपमा दी जाती है। कोयल, मोर, चकोर इत्यादि कई पक्षियों का उपयोग काव्य रचना में किया जाता है। यदि मैं पक्षी होता तो कहीं ना कहीं मेरी भी उपमा दी जाती और इससे मुझे ख़ुशी महसूस होती।

मनुष्यो से मित्रता

यदि मैं पक्षी होता तो मैं मनुष्यो से दोस्ती करता। मैं फसलों की रक्षा करता और हानिकारक कीड़े मकोड़ो से बचाता।

पिंजरे में बंद ना होना

मेरा यह मानना है सबको अपनी आजादी पसंद है। यह देश भी लोकतान्त्रिक है। सबको स्वतंत्र रूप से रहने और अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है। पक्षिओं के लिए भी ऐसा ही होना चाहिए।

पक्षियों को पिंजरे में बंद होना पसंद नहीं है। यदि मैं पक्षी होता तो पिंजरे में बंद होना कभी स्वीकार नहीं करता। सबको अपनी आज़ादी प्यारी है उसी तरह पक्षियों को भी अपनी आज़ादी प्यारी है। मनुष्यो को यह समझना चाहिए कि पक्षियों को साथ रखने के लिए उन्हें पिंजरे में बंद रखना ज़रूरी नहीं होता।

यदि मनुष्यो को कैद कर लिया जाए, तो उन्हें कैसा महसूस होगा। इसलिए पक्षियों को व्यापार का साधन बनाना गलत है। उनसे उनकी आज़ादी छीन लेने का हक़ किसी को भी नहीं है।

पक्षी के खिलौनों से खेलना

यदि मैं पक्षी होता तो मेरे आकार के बने हुए खिलौनों से बच्चे खेलते और बहुत प्रसन्न होते। बच्चो को पक्षियों से बड़ा स्नेह होता है। यदि मैं पक्षी होता तो वह अपने पोशाक में मेरे चित्र चाहते। यदि मैं पक्षी होता तो लोग घरो में मेरे आकृति की बनी मूर्तियों को रखते और उसे प्यार से सजाते।

देवी और देवताओं के वाहन

कुछ चुनिंदा पक्षी ईश्वर के वाहन होते है। भगवान् विष्णु के वाहन गरुड़ है। उल्लू देवी लक्ष्मी जी के वाहन और मोर कार्तिकेय भगवान् के वाहन है। यदि मैं पक्षी होता तो मेरी भी यही अभिलाषा होती कि मैं देवी देवताओं का वाहन बनकर सौभाग्य प्राप्त कर सकूँ। यदि मैं पक्षी होता तो देवताओ का वाहन बनने में मुझे अत्यंत प्रसन्नता होती।

मस्ती करता

अगर मैं पक्षी होता तो बहुत ही बेहतरीन होता। मेरे सुन्दर और लोगो को मंत्रमुग्ध कर देने वाले पंख होते। मैं अगर मोर होता तो पंख फैलाकर नाच उठता। यदि मैं कोयल होता तो अपनी मधुर वाणी से सबके ज़िन्दगी में मीठा रस घोल देता।

यदि मैं पक्षी होता तो अत्याधिक उत्साहित हो जाता और सोचता कि मैं पहाड़ो की सैर करूँ या पेड़ो की। इंसान बनकर तो बादलो को छूना असंभव है। यदि मैं पक्षी होता तो बादलो के बीच से अपनी उड़ान भरता और पहाड़ो की चोटी पर उछल कूद करता।

वर्षा के बाद यदि इंद्रधनुष निकलता तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना ना होता, मैं बस इंद्रधनुष की खूबसूरती को पास से निहारता।

आज़ादी और बेरोक टोक ज़िन्दगी

यदि मैं पक्षी होता तो बेरोक टोक ज़िन्दगी जीता। अपने इच्छा के मुताबिक़ भोजन खोजता। हमे तो बाहर जाने के लिए बड़ो की इज़ाज़त लेनी पड़ती है। यदि मैं पक्षी होता तो जब चाहे घोसले से बाहर उड़ सकता।

मैं कहीं पर भी घूम सकता और घूमने के लिए मुझे टिकट की आवश्यकता नहीं पड़ती। यदि मैं पक्षी होता तो किसी भी देश में चला जाता और कोई भी सीमा मुझे रोक नहीं पाती। किसी भी देश में जाकर भ्रमण करता।

परिश्रम अवश्य करनी पड़ती

यदि मैं पक्षी होता तो मुझे फल और दाने इत्यादि खाने के लिए स्वयं परिश्रम करनी पड़ती। जब आराम करना होता तो मैं पेड़ो पर सो जाता।

प्रदूषण का संकट

यदि मैं पक्षी होता तो मुझे यह भय सताता की कहीं बढ़ते हुए प्रदूषण के कारण हमारी प्रजातियां विलुप्त ना हो जाए। मनुष्य जिस तरीके से पेड़ो और वनो को काट रहा है, मुझे यह डर रहता कि हम पक्षी अब कहाँ रहेंगे और हमारा क्या होगा।

जिस प्रकार से पेड़ काटे जा रहे है, हम पक्षियों के रहने की जगह नहीं बची है। वृक्षों को काटने की वजह से पक्षियों को फल नहीं मिल पा रहे है। यदि मैं पक्षी होता तो मुझे भी प्रदूषण के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ता।

प्राकृतिक आपदाओं के कारण बढ़ती मुश्किलें

प्राकृतिक आपदाएं जैसे जब सूखा पड़ता है, तो सिर्फ इंसानो को ही नहीं बल्कि जीव जंतुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जब सूखा पड़ता है, तो पक्षियों को एक बूंद पानी के लिए दर- दर भटकना पड़ता है।

यदि मैं पक्षी होता तो मुझे भी इन तकलीफो को झेलना पड़ता। मनुष्य को पर्यावण को संतुलित रखने में अपना योगदान देना चाहिए, ताकि इस प्रकार की प्राकृतिक विपदाएं ना आये।

निष्कर्ष

पक्षियों का पृथ्वी पर होना उतना ही आवश्यक है, जितना अन्य जीवो का होना। यदि मैं पक्षी होता तो अपने आपको भाग्यशाली समझता। यदि मैं पक्षी होता तो कोशिश करता कि मेरे मधुर गीतों से सबकी परेशानी दूर हो जाए। हवा में उड़ना और लम्बी उड़ान भरना मुझे बहुत पसंद है, इसलिए पक्षी बनकर मैं प्रसन्न रहता।


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