राष्ट्रिय खेल दिवस पर निबंध (National Sports Day Essay In Hindi)

आज हम राष्ट्रिय खेल दिवस पर निबंध (Essay On National Sports Day In Hindi) लिखेंगे। राष्ट्रिय खेल दिवस पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

राष्ट्रिय खेल दिवस पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On National Sports Day In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।


राष्ट्रिय खेल दिवस पर निबंध (National Sports Day Essay In Hindi)


प्रस्तावना

शारीरिक रूप से फिट रहना आजकल सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। आजकल हर व्यक्ति खुद को शारीरिक रूप से फिट रखना चाहता है। खुद को शारीरिक रूप से फिट रखने के लिए लोग तरह तरह के खेल खेलते हैं, स्पोर्ट्स क्लब ज्वाइन करते हैं और जिम भी जाते हैं।

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेलों के मामले में भारत कभी भी पीछे नहीं रहा है। भारत ने हमेशा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल का प्रदर्शन बखूबी किया है और भारत हर वक्त खेलों के प्रति लोगों को जागरूक भी करता रहता है। तथा बड़े पैमाने पर अलग-अलग प्रकार के खेलों को पदोन्नत करता है।

यही कारण है कि भारत प्रति वर्ष 29 अगस्त को राष्ट्रिय खेल दिवस मनाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य कारण यही है कि 29 अगस्त को भारतीय हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्म दिवस आता है। इस कारण से भारत में हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रिय खेल दिवस मनाया जाता है।

राष्ट्रिय खेल दिवस के रूप में यह दिन मेजर ध्यानचंद को समर्पित किया जाता है और उन्हें याद किया जाता है। मेजर ध्यानचंद ने भारत को खेल की दुनिया में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। इसलिए 29 अगस्त का दिन राष्ट्रिय खेल दिवस के रूप में उनको समर्पित किया जाता है।

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि खेल एक शारीरिक क्रिया है। हालांकि खेल एक ऐसी क्रिया है जिसे विशेष तरीके से किया जाता है। इसके कई नियम होते हैं और इसका नाम भी रखा जाता है।

भारत ने विद्यार्थियों और बच्चों के लिए खेल की दिशा में कड़े कदम उठाए हैं। भारत सरकार ने बच्चों को न केवल शैक्षणिक रूप से मजबूत करने की कोशिश की है, बल्कि उनकी शारीरिक व मानसिक स्थिति पर भी जोर दिया है।

भारत सरकार ने विद्यालयों में स्पोर्ट्स की गतिविधियों को अनिवार्य कर दिया है। अब हर बच्चे का किसी ना किसी खेल में भाग लेना बहुत ही अनिवार्य हो गया है। यह बढ़ते हुए बच्चों के लिए बहुत ही आवश्यक है, ताकि वह सही रूप से विकसित हो सके और उनमें खेल भावना, सच्चा पन, हिम्मत और टीम वर्क की भावना जागरूक हो सके।

खेल खेलना है जरूरी

खेल तंदुरुस्ती बनाए रखने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। इतना ही नहीं अलग-अलग प्रकार के खेल हमें जीवन जीने का तरीका भी सिखाते हैं। खेल खेलने से हमारी अच्छी तरह से एक्सरसाइज होती है और हम व्यायाम करते हैं।

खेलना ना केवल शारीरिक रूप से हमारे लिए अच्छा होता है, बल्कि मानसिक रूप से भी अच्छा होता है। खेल खेलने से हमारी मानसिक एकाग्रता भी बढ़ती है। नियमित रूप से खेलना एक व्यक्ति को कई रोगों से मुक्त करता है।

अगर हम रोजाना खेलने की आदत डालें तो हम बीमारियों से दूर रहते हैं। अलग-अलग प्रकार के खेल खेलने से हमारी कई बीमारी जैसे अलग-अलग शरीर के अंगों से जुड़े दर्द, मोटापा, अधिक वजन और हृदय से जुड़े रोगों को ठीक करता है।

हमें हमेशा अलग-अलग प्रकार के खेल खेलते रहना चाहिए, क्योंकि खेल खेलने से हमें हमारे जीवन में आनंद की प्राप्ति होती है। कई लोग समझते हैं कि स्पोर्ट्स का अर्थ होता है केवल शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती होना।

लेकिन वास्तव में स्पोर्ट्स का अर्थ इससे कहीं अधिक है। Sports किसी इंसान के जीवन में उतना ही आवश्यक है जितना कि शिक्षा। खेल खेलने से ही इंसान के अंदर जितने की तथा सफलता पाने की इच्छा जागरुक होती है।

खेल का तात्पर्य न केवल शारीरिक व्यायाम है, बल्कि यह छात्रों में लिए एकाग्रता बढ़ाने का काम भी करता है और इसी वजह से भारत में एक कहावत भी काफी प्रचलित है। जो की है “एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन रहता है”।

इसका अर्थ होता है की जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए एक स्वस्थ शरीर के साथ साथ स्वस्थ मन का होना भी जरूरी है। और जिसका शरीर स्वस्थ रहता है उस शरीर में एक स्वस्थ मन भी वास करता है।

भारत में खेल और उससे संबंधित लाभ

भारत में कहावत और भी प्रचलित है, ” पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब”। कई सारे माता-पिता को लगता है कि खेलने से बच्चे को कोई फायदा नहीं होता और वह केवल अपना टाइम बर्बाद करता है।

लेकिन ऐसा नहीं होता। आजकल खेल के क्षेत्र में भी अलग-अलग प्रकार के मौके उपलब्ध हैं। इन मौकों का फायदा उठाकर हम अपने खेलने के हुनर को और भी बढ़ा सकते हैं।आजकल तो सरकार हर रूप से खिलाड़ियों की मदद कर रही है।

उन्हें ना केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मान दिया जाता है और उनका पूर्ण रूप से ख्याल रखा जाता है। सरकार खिलाड़ियों की आर्थिक रूप से भी मदद करती है। उन्हें जिस चीज की जरूरत होती है वह चीज सरकार द्वारा दी जाती है।

यही कारण है कि आर्थिक तंगी का शिकार हो रहे लोग कभी भी अपने खेल के हुनर को दबाते नहीं है, बल्कि और निखारते हैं। साथ ही साथ खेल खेलना भविष्य में बेहतर नौकरी के लिए अधिक अवसर प्रदान करता है।

निष्कर्ष

आजकल खेल अपना भविष्य निखारने का बहुत ही बेहतरीन तरीका है। बेहतर भविष्य का निर्माण करने के लिए खेल नौकरी में अधिक अवसर प्रदान करता है। स्वयं के लिए ही नहीं बल्कि यह देश के लिए भी काफी लाभदायक होता है, क्योंकि यह देशों के लिए अपनी अर्थव्यवस्था बढ़ाने का एक अच्छा माध्यम होता है।

इतना ही नहीं खेल खेलना देश के नागरिकों को एकत्र करने का भी काम करता है। खेल खेलने से सभी देशवासी बहुत ही गौरवान्वित महसूस करते हैं। देश के नागरिक एक दूसरे का समर्थन करते हैं और देश के जीत जाने पर गर्व महसूस करते हैं।

यह देश के लोगों को प्रोत्साहित करता है और देशभक्ति की भावना को जगाता है। इतना ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत सहायक है। अंतरराष्ट्रीय खेल, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देशों के बीच तनाव कम करने का प्रयास करता है।

साथ ही साथ ये राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक रूप से मजबूती और सामाजिक मजबूती पैदा करता है। हम सभी को अपने जीवन में कुछ ना कुछ हासिल करने के लिए अलग-अलग प्रकार के खेल खेलने चाहिए।


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तो यह था राष्ट्रिय खेल दिवस पर निबंध, आशा करता हूं कि राष्ट्रिय खेल दिवस पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On National Sports Day) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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