आज हम हाथी पर निबंध (Essay On Elephant In Hindi) लिखेंगे। हाथी पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।
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हाथी पर निबंध (Elephant Essay In Hindi)
प्रस्तावना
पृथ्वी का विशालकाय जानवर हाथी को माना गया है। इतने बड़ा विशालकाय हाथी होते हुए भी आपको जानकर हैरानी होगी कि यह जानवर पूरी तरह शाकाहारी है। हाथी का विशाल आकर और उसकी गजब की बुद्धिमता लोगो को अपनी ओर खींचती है।
यह मुख्य रूप से एशिया और अफ्रीका में पाया जाता है। जंगलों में आजादी से घूमने फिरने वाले इस जानवर के जीवन को मनुष्य ने कई तरीके से प्रभावित किया है।
पर्यटकों की पहली पसंद
पहले के समय में हाथी को पालतू जानवर के रूप में इंसान पाला करते थे। उस दौरान इनका इस्तेमाल भारी भरकम सामान को ले जाने और युद्ध होने की स्थिति में सवारी के रूप में किया जाता था। वही हाथी को बाद में सर्कस में इस्तेमाल किया जाने लगा।
आज के जमाने की बात करे, तो हाथी को पर्यटन उद्योग में उपयोग में लाया जाता है। विदेशी पर्यटक हाथी की सवारी करना काफी पसंद करते है। हाथी के मर जाने के बाद भी हाथी का शरीर बहुत बहुमूल्य होता है। हाथी के दांत और शरीर के हिस्सों से विभिन्न प्रकार की कलात्मक वस्तुएं बनाई जाती है।
हाथी की दूर से सुनने शक्ति
हाथी की त्वचा एक इंच मोटी तो होती ही है, लेकिन इससे इनकी सवेदनशक्ति पर कोई खास असर नहीं पड़ता है। इनके सुनने की क्षमता काफी अच्छी होती है। ये लगभग 5 मिल की दूरी से अपने दूसरे साथी की आवाज सुनने में सक्षम होते है।
हाथी की शारीरिक संरचना और बनावट
हाथी का शरीर बहुत विशाल होता है। वही इसकी ऊंचाई लगभग 11 फुट होती है। हाथी की एक लंबी सूंड होती है। इसी की मदद से हाथी पानी और भोजन आसानी से ग्रहण करता है। इसकी सूंड, नाक और मुंह के ऊपरी होठ आप सापेक्ष रूप से देख सकते है।
हाथी के पैर मोटे स्तंभों या खंभों की तरह मजबूत होते है। हाथी के आगे के पैरो में 4 नाखून और पीछे के पैरो में 3 नाखून होते है। पैर गद्दीदार होते है और इसी की मदद से वह अधिक समय तक खड़ा रह पाता है।
हाथी गहरे और हल्के स्लेटी रंग के पाए जाते है। इनके दो बड़े आकार के कान होते है। इसी की सहायता से वह धीमी से धीमी आवाज भी सुन सकते है। हाथी की दो छोटी काले रंग की चमकदार आखें होती है।
हाथी की त्वचा मोटी होने के साथ ही यह काफी संवेदनशील भी होती है। यही कारण है कि हाथी को रोज नहाना पड़ता है। हाथी का शरीर जितना विशाल होता है, उसकी तुलना में हाथी की एक छोटी सी पूंछ होती है।
हाथी का निवास स्थान और भोजन
हाथी को आमतौर पर जंगली इलाकों में रहना पसंद होता है। लेकिन जब भी ये जंगल में रुख करते है, तो हमेशा अपने झुंड के साथ रहते है। हाथी का अधिकांश समय खाना खाने में ही बीत जाता है। भोजन के रूप में हाथी हरी घास, झाड़ियो के अलावा गन्ना, फल, सब्जियां आदि खाता है।
हाथी की मौजूदगी
हाथी अपनी नींद खड़े होकर ही पूरा कर लेता है। इसकी आयु लगभग 100 वर्ष से भी अधिक होती है। लेकिन प्रदूषण के चलते और जंगलों की अंधाधुन कटाई के बदौलत अब इसकी उम्र पहले की अपेक्षा कम होती जा रही है। हाथी मुख्य रूप से भारत, अफ्रीका, बर्मा के अलावा श्रीलंका और थाईलैंड में भी पाए जाते है।
हाथी की गजब यादाश्त शक्ति
हाथी के बारे शायद एक चीज आपको पता नही होगी की इनकी सूंड जीवन भर वृद्धि करती रहती है। ये सूंड से ही अपना अधिकांश कार्य करते है। फिर चाहे खाना खाना हो या पानी पीना और नहाना।
सांस लेने के अलावा सूंघने और वजन उठाने के लिए भी हाथी को सूंड की आवश्यकता होती है। हाथी चालक होने के साथ साथ किसी भी घटना हो अपने जहन में लंबे समय तक बैठा कर रखते है। ये बहुत ही धीमी आवाज में एक दूसरे से बात करने में कुशल होते है।
हाथी का स्वभाव
इसका स्वभाव अन्य जानवरो की अपेक्षा चंचल और शांत होता है। लेकिन इनको गुस्सा भी खूब बढ़ चढ़ कर आता है। एक बार गुस्सा आ जाने पर इनको काबू कर पाना काफी चुनौतीपूर्ण होता है।
नन्हे हाथी का जन्म
मादा हाथी 4 वर्ष में एक बार गर्भ धारण करती है और एक बार में एक बच्चे को जन्म देने में सक्षम होती है। मादा हाथी का गर्भधारण का समय लगभग 22 महीने का होता है।
विशालकाय हाथी की प्रजातियां
हाथी जैसे विशालकाय जानवर की मुख्य रूप से दो प्रजातियां पाई जाती है। जिसमे एक एशियाई प्रजाति माना जाता है। वही दूसरी प्रजाति अफ्रीकन हाथी होते है। इसका वैज्ञानिक नाम लोक्सोडान्टा अफ्रीकाना है। अफ्रीका के हाथी एशियाई हाथी की अपेक्षा कही अधिक वजनदार और बड़े होते है।
निष्कर्ष
हाथी में आपको बल के साथ विवेक भी देखने को मिलता है। अन्य जानवरो की अपेक्षा इसकी उपयोगिता भी काफी अधिक होती है। हाथी को पालना सब के बस की बात नही होती।इसकी सवारी पहले के समय में राजा महाराजा ही किया करते थे। यही कारण है कि इसको भी काफी शानदार जानवर माना गया है।
हाथी एक पूजनीय पशु भी है। आज के समय में हम जंगलो को काटके कही न कही इनका घर और इनका परिवार छीन रहे है। इसलिए ये हमारा कर्तव्य है कि पेड़ो की कटाई पर जल्द से जल्द रोक लगाए। ताकि ये आजाद होकर जंगलों में निवास करे।
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तो यह था हाथी पर निबंध (Elephant Essay In Hindi), आशा करता हूं कि हाथी पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Elephant) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।